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Saturday 20 May 2023 06:45:45 PM
चंडीगढ़। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने विद्यार्थियों का अथक रूपसे काम करने, अवसरों का लाभ उठाने और वर्ष 2047 में जब देश अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी वर्ष मनाएगा, उस समय केलिए नए भारत का प्रारूप तैयार करने का आह्वान किया है। विद्यार्थियों को चुनौतियों से अवसर बनाने केलिए प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहाकि आपके दिमाग में एक शानदार विचार रखने से ज्यादा खतरनाक कुछ नहीं है, अपनी प्रतिभा को उजागर करके और अपनी क्षमता का उपयोग करके विचारों पर अमल करें। उपराष्ट्रपति आज चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय के 70वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल हुए।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पंजाब विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं। उन्होंने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए विद्यार्थियों को समाज की व्यापक भलाई में योगदान करने का दायित्व याद दिलाया। उन्होंने कहाकि राष्ट्र को हमेशा पहले रखने की गहरी भावना को सुनिश्चित करें और इसे मन में बैठाएं। उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को बहुत अधिक परिवर्तनकारी बताते हुए कहाकि सभी वर्गों के परामर्श केबाद विकसित की गई यह नीति शिक्षा को सभी स्तरों पर बदल रही है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि हाल के वर्ष में प्रणालीगत सुधारों और सकारात्मक शासन उपायों ने समृद्ध लाभांश का भुगतान किया है। उन्होंने कहाकि भारत सबसे बड़ा कार्यशील लोकतंत्र, अवसर और निवेश का एक पसंदीदा वैश्विक स्थल तथा विश्व आर्थिक विकास में चमकता सितारा है।
उपराष्ट्रपति ने भारत में डिजिटल परिवर्तन के बारेमें बात करते हुए आईएमएफ द्वारा भारत के डिजिटल विकास को विश्वस्तरीय डिजिटल सार्वजनिक आधारभूत संरचना के रूपमें मान्यता देने का उल्लेख किया, जो डिजिटल परिवर्तन के दौर से गुजर रहे अन्य देशों केलिए एक मॉडल के रूपमें काम कर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आदि के माध्यम से प्रत्यक्ष लाभ अंतरण की सुविधा का भी उल्लेख किया, जो भारत के बदलते शासन मॉडल को प्रदर्शित करता है, जिसमें भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने समारोह में प्रख्यात शिक्षिका और समाजसेवी डॉ सुधा एन मूर्ति को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर और भारत के मुख्य न्यायाधीश रहे तथा राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई को ऑनोरिस कॉसा यानी डॉक्टर ऑफ लॉ की उपाधि से सम्मानित किया। दीक्षांत समारोह का आयोजन पंजाब विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति प्रोफेसर रेणु विग के नेतृत्व में किया गया।
जगदीप धनखड़ ने सराहना करते हुए कहाकि पंजाब विश्वविद्यालय कुछ सबसे शानदार पूर्व विद्यार्थियों का घर है। उन्होंने विश्वविद्यालय के और अधिक विकास को उत्प्रेरित करने केलिए पूर्व विद्यार्थियों का आह्वान किया। उन्होंने विदेशी विश्वविद्यालयों केसाथ विभिन्न समझौता ज्ञापनों, उच्च ऊर्जा अनुसंधान कार्यक्रम जैसी अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं में भागीदारी पर ध्यान देते हुए तथा उत्कृष्टता को अपनाने केलिए विश्वविद्यालय की सराहना की। उपराष्ट्रपति ने पंजाब विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्यों, सिंडिकेट सदस्यों, विद्यार्थी संघ, शिक्षक संघ और गैर-शिक्षक संघ केसाथ बैठकें भी कीं। पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश, पंजाब सरकार के शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस, पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रेणु विग, पद्मभूषण से सम्मानित डॉ सुधा एन मूर्ति, सांसद रंजन गोगोई, छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक भी समारोह में उपस्थित थे।