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Monday 29 May 2023 06:08:31 PM
गांदरबल (जम्मू-कश्मीर)। कश्मीर में ज्येष्ठ अष्टमी पर माता रागन्या देवी मंदिर में होनेवाले खीर भवानी मेले में कश्मीरी पंडित और कश्मीर घाटी के स्थानीय लोग हर्षोल्लास से बढ़चढ़कर शामिल हुए। माता रागन्या देवी मंदिर को खीर भवानी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। खीर भवानी कश्मीरी पंडितों की कुल देवी मानी जाती हैं, जिनकी यहां बहुत मान्यता है और वर्षों से खीर भवानी मेला कश्मीर में सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक बना हुआ है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर ट्वीट करके कहा हैकि कश्मीर में ज्येष्ठ अष्टमी पर होने वाला यह खीर भवानी मेला कश्मीरी पंडित भाइयों और बहनों के आध्यात्मिक जीवन में एक पवित्र स्थान रखता है, इस साल 25 हजार से भी अधिक श्रद्धालु मेले में शामिल हुए।
गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, जम्मू-कश्मीर पुलिस और स्थानीय प्रशासन को खीर भवानी मेले के सफल आयोजन केलिए बधाई दी और कहाकि माँ खीर भवानी की कृपा हम सबपर सदैव बनी रहे। खीर भवानी मेला 26 मई को शुरू होकर 28 मई को यानी ज्येष्ठ अष्टमी के दिन संपन्न हुआ। मेले के पहले दिन जम्मू से 2500 से भी अधिक श्रद्धालु 107 बसों से मंदिर पहुंचे थे। गांदरबल जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के आरामदायक प्रवास केलिए व्यापक और विस्तृत व्यवस्था की थी। गांदरबल जिला पुलिस, गैर सरकारी संगठनों, सरकारी कर्मचारियों, राजनीतिक दलों आदि ने टेंट लगाकर श्रद्धालुओं केलिए जलपान की व्यवस्था की।
जिला पुलिस गांदरबल ने जम्मू-कश्मीर पुलिस केसाथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 20 कंपनियों को तैनातकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए थे, साथही एस्कॉर्ट वाहन, आरओपी, सीटी क्यूआरटीएस, कानून व्यवस्था के सभी घटक, अतिरिक्त नाका प्वाइंटस आदि व्यापक तैनाती योजना का हिस्सा रहे। भक्तों के भोजन केलिए दस लंगर स्थापित किए गए। संध्या आरती केसाथ मेले का शांतिपूर्वक समापन हुआ। कश्मीरी पंडितों और अन्य स्थानीय समुदायों ने अपने प्रियजनों एवं समाज की शांति, समृद्धि और खुशी केलिए प्रार्थना की। पिछले साल ज्येष्ठ अष्टमी पर लगभग 18000 कश्मीरी पंडितों और श्रद्धालुओं ने प्रसिद्ध माता खीर भवानी मंदिर में दर्शन किए थे।