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Saturday 10 June 2023 04:21:57 PM
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने मेक इन इंडिया केप्रति अपनी प्रतिबद्धता को कायम रखते हुए रक्षा उत्कृष्टता केलिए नई खोज करके सामरिक लैन रेडियो की खरीद केलिए एक अनुबंध किया है। स्वदेशी रूपसे विकसित टैक्टिकल लैन रेडियो की खरीद केलिए मेसर्स एस्ट्रोम टेक प्राइवेट लिमिटेड बैंगलोर केसाथ अनुबंध नई दिल्ली में उप थलसेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। इस पहल केसाथ भारतीय सेना ने अबतक आईडीईएक्स केतहत दो अनुबंधों पर हस्ताक्षर करके अपनी बढ़त बना ली है। दूरस्थ और दुर्गम इलाकों में सुरक्षित सामरिक लैन बनाने केलिए सामरिक लैन समाधान स्वदेशी रूपसे विकसित किया जा रहा है। टैक्टिकल लैन रेडियो विश्वसनीय और सफल, सुरक्षित संचारकेलिए अत्याधुनिक उच्च बैंडविड्थ बैक हॉल वायरलेस रेडियो उपकरण है।
यह समाधान बिना किसी अवरोध के लंबी दूरी के पॉइंट टू मल्टिपॉइंट हाइबैंडविथ संचार अवरोध की संभावना को रोकने केलिए संचार और एम्बेडेड फ्रीक्वेंसी होपिंग तंत्र की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। इस प्रणाली में उन्नत सुरक्षा खूबियां भी शामिल हैं और यह बिना किसी रुकावट के एकल सेट के आधार पर 48 घंटे तक लगातार काम कर सकती है। गौरतलब हैकि आईडीईएक्स को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अप्रैल 2018 को डिफेंस एक्सपो इंडिया-2018 के दौरान लॉंच किया था। आईडीईएक्स का उद्देश्य अनुसंधान और विकास संस्थानों, शिक्षाविदों, एमएसएमई सहित उद्योगों, स्टार्टअप, व्यक्तिगत नवप्रवर्तकों को शामिल करके वित्तपोषण और अन्य सहायता प्रदान करके रक्षा और एयरोस्पेस में नवाचारों को बढ़ावा देना, जिन्हें भारतीय रक्षा और एरोस्पेस में भविष्य में शामिल करने की अच्छी संभावना हो, और तकनीकी विकास को प्रोत्साहित करने केलिए एक इकोसिस्टम बनाना है।
डिफेंस इनोवेशन ऑर्गेनाइजेशन केतहत बीते चार वर्ष में आईडीईएएक्स, स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स केसाथ सही तरह का संपर्क स्थापित करने में एक फ्रंटरनर रूपमें उभरा है और डिफेंस स्टार्टअप कम्यूनिटी में पर्याप्त ध्यान आकर्षित कर रहा है। वर्तमान में भारतीय सेना की कुल 42 परियोजनाएं डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज ओपन चैलेंज और आईडीईएक्स प्राइम योजना का हिस्सा है, जिसमें 41 स्टार्टअप को भारतीय सेना ने आने वाली चुनौतियों केलिए नवीनतम, अत्याधुनिक, समाधानों के विकास केलिए शामिल किया है। प्रत्येक चुनौती केलिए एक समर्पित नोडल अधिकारी और भारतीय सेना से उत्कृष्टता केंद्र के रूपमें एक ‘ए’ श्रेणी के प्रतिष्ठान को परियोजनाओं की प्रगति और निरंतर समर्थन केलिए नामित किया गया है। भारतीय सेना की आईडीईएक्स परियोजनाओं की शेष आवश्यकता की स्वीकृति को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिन्हें शीघ्र ही अनुबंधों के रूपमें परिवर्तित होने की संभावना है।