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'मेरा गांव मेरी धरोहर' पोर्टल का शुभारंभ

कुतुब मीनार में गांवों की समृद्ध सांस्कृतिक जीवंतता का जश्न

केंद्रीय राज्यमंत्री भी कुतुबमीनार में शुभारंभ समारोह में शामिल

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Saturday 29 July 2023 12:36:33 PM

celebrating the rich cultural vibrancy of villages at qutub minar

नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति, विधि एवं न्याय और संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कुतुबमीनार परिसर में 'मेरा गांव मेरी धरोहर' वेब पोर्टल का शुभारंभ किया है, जो एक वर्चुअल संग्रहालय है एवं अनोखा आभासी संग्रहालय 29 राज्यों और 7 केंद्रशासित प्रदेशों में फैले भारत के 6.5 लाख गांवों का सांस्कृतिक मानचित्रण करके हमारे गांवों की समृद्ध सांस्कृतिक जीवंतता का जश्न मनाता है, इसे कुतुबमीनार में एक भव्य शुभारंभ समारोह केसाथ जनता केलिए लाइव किया गया। कुतुबमीनार पर एक अद्वितीय लेजर प्रक्षेपण के माध्यम से भारत के कुछ गांवों के विभिन्न विषयों को बताया। प्रदर्शनी और स्टालों में प्रत्येक गांव के सांस्कृतिक चमत्कारों की मनोरम झलकियां दिखाई गईं।
संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इस अवसर पर कहाकि गांवों से संबंधित सूचनाओं को एकीकृत करने के उद्देश्य से यह वर्चुअल प्लेटफॉर्म भारत की सांस्कृतिक विरासत और ग्रामीण जीवन को व्यक्त करने का एक बेहद ही सकारात्मक तरीका है। समारोह में संस्कृति एवं विदेश राज्‍यमंत्री मीनाक्षी लेखी, ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे भी उपस्थित थीं। मीनाक्षी लेखी ने कहाकि यह मंच इस बात का एक उत्कृष्ट उदहारण हैकि प्रौद्योगिकी का उपयोग कर हम कैसे अपनी समृद्ध संस्कृति और गांवों की विरासत को देशभर के लोगों एवं युवाओं तक पहुंचा सकते हैं। राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल, मीनाक्षी लेखी, साध्वी निरंजन ज्योति ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और कलाकृतियां प्रदर्शित करने वाले कलाकारों, ग्रामीणों एवं कारीगरों से बातचीत की। इस दौरान बायोस्कोप एवं कठपुतली के प्रदर्शन का आनंद भी लिया।
कुतुबमीनार में 'मेरा गांव मेरी धरोहर' कार्यक्रम में देशभर के 70 विभिन्न गांवों का प्रतिनिधित्व करने वाले 1000 से अधिक ग्रामीणों के साथ-साथ दस स्कूलों के 900 से अधिक बच्चों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की। भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा पारंपरिक नृत्य एवं संगीत कार्यक्रम में सामूहिक भावना को दर्शाया गया। आगंतुकों के अनुभव को समृद्ध करने केलिए कई आकर्षक गतिविधियां आयोजित की गईं। सेंसर आधारित प्रौद्योगिकी के एकीकरण केसाथ आगंतुक साइकिल मैराथन में शामिल हुए, मैराथन में उन्हें कई गांवों से होते हुए एक आभासी यात्रा पर ले गया और उनके सामने ग्रामीण जीवन से संबंधित एक अनूठा दृष्टिकोण पेश किया। समारोह में डिजिटल विलेज ट्रिविया और संवादात्मक पहेली वाला गेम भी हुआ।
भारत की समृद्ध विरासत और संस्कृति का देशभर के गांवों की मनोरम कहानियों के माध्यम से प्रोजेक्शन मैपिंग शो में प्रदर्शन किया गया। यह शो अब रोजाना रात 8:15 बजे दर्शकों के मनोरंजन केलिए खुलेगा और निःशुल्क होगा। इस प्रोजेक्शन मैपिंग शो की सामग्री लगातार विकसित होगी, जिसमें नई और रोमांचक कहानियां शामिल की जाएंगी। इसके अतिरिक्त दर्शक mgmd.gov.in/show पोर्टल के माध्यम से इस शो केलिए सिंक्रोनाइज़्ड ऑडियो तक पहुंच सकेंगे, जिससे लोगों केलिए छतों और बालकनियों जैसे आस-पास के स्थानों से इसे देखना सुविधाजनक हो जाएगा। समारोह में संस्कृति सचिव गोविंद मोहन और आईजीएनसीए के सदस्य सचिव डॉ सच्चिदानंद जोशी भी उपस्थित थे। 

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