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Monday 4 December 2023 12:59:11 PM
रायपुर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को युगपुरुष कहते हुए कहाकि उन्होंने नरेंद्र मोदी को युगपुरुष इसीलिए कहा, क्योंकि उन्होंने देश को समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्यांमुख निर्णायक नेतृत्व दिया है। उन्होंने कहाकि आज भारत में जोभी विकास संभव हुआ है और जिन ऊंचाइयों पर भारत जा रहा है, उनके पीछे दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वस्तर पर भारत को जो सम्मान दिलाया है, वह अभूतपूर्व है। उपराष्ट्रपति हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय रायपुर के विद्यार्थियों और शिक्षकों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहाकि मैं बैकफुट पर नहीं हूं बहुत सोच-समझकर मैंने मुंबई में एक कार्यक्रम में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को युगपुरुष कहा है, क्यों? आप युवा लड़के-लड़कियां विश्लेषण करें, सार्वजनिक डोमेन पर जाएं, उन विशेषताओं का पता लगाएं, जिन्हें 'युगपुरुष' के गुणों के रूपमें माना जा सकता है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे जीवन को समृद्धशाली एवं सकारात्मक बदलाव दिया है और देशभर में क्रांति है, हमारे पास समावेशी, कार्यांमुख और निर्णायक नेतृत्व है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने विद्यार्थियों और शिक्षकों से कहाकि अब आपके लिए सबकुछ उपलब्ध है, आप दुनिया के सबसे अच्छे हिस्से में हैं, हम विघटनकारी प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और इसे विकसित करने केलिए दूसरों की प्रतीक्षा नहीं कररहे हैं, चाहे वह क्वांटम कंप्यूटिंग हो, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन या 6जी, आपको केवल फ्रंटफुट पर खेलना होगा! उपराष्ट्रपति ने कहाकि प्रतिभाशाली विद्यार्थियों केलिए देश में आज एक ऐसा वातावरण है, जिसमें समान अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहाकि लोकतंत्र का सही मतलब सबको समान अवसर प्रदान करना है और जबतक सभीको सामान अवसर नहीं मिलते, तबतक प्रजातंत्र का कोई अर्थ नहीं होता, देश में सभी केलिए समान कानून व्यवस्था का होना आवश्यक है, कानून से ऊपर कोई नहीं है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि देश में ऐसी न्यायिक व्यवस्था बनाई जारही है, जिसमें न्याय केलिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहाकि इस समय हमारे देश में एक बहुतही प्रतिभाशाली मुख्य न्यायाधीश हैं और न्याय चाहने वालों केलिए न्यायिक व्यवस्था तक उनकी पहुंच को और आसान बनाया जा रहा है।
उपराष्ट्रपति ने कहाकि एक समय था, जब वे 1981 में संसद सदस्य बने थे, उस समय देश की आर्थिक शाख को बचाने केलिए देश के सोने को विदेशों में गिरवी रखना पड़ा था, एक दशक पहले हमारे देश को पांच कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता था और दुनिया चिंतित थी, अब देखो दस साल में हम कहां से कहां पहुंच गए हैं, आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बन गए हैं। उन्होंने कहाकि हमने फ्रांस और यूके, जिन्होंने हमपर सदियों तक राज किया, उनको पीछे छोड़ दिया है, भारत पांचवीं सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बन चुका है, यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और 2030 तक हम जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। उपराष्ट्रपति ने कहाकि आज देश में अवसरों की कमी नहीं है, आपको अपनी प्रतिभा को पहचानकर आगे बढ़ना होगा, सरकार आपकी हर संभव सहायता करने केलिए तैयार है। उपराष्ट्रपति ने इस अवसर पर जिक्र कियाकि डिसरप्टिव टेक्नोलॉजी हमारे सामने एक चुनौती है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकी से निपटने केलिए दुनिया आज भारत की ओर देख रही है और भारत दुनिया में इन्वेस्टमेंट केलिए भी सबसे सुरक्षित स्थान है।
जगदीप धनखड़ ने उल्लेख कियाकि भारत का डिजिटल ट्रांजेक्शन यूके, यूएसए, फ्रांस और जर्मनी से चार गुना ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है, भारत का प्रति व्यक्ति डाटा कंजप्शन अमेरिका और चीन से भी ज्यादा है और यह विकास यात्रा रुकने वाली नहीं है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहाकि हमारा अमृतकाल गौरवकाल बन चुका है, 2047 में हममें से कुछ लोग यहां नहीं होंगे, लेकिन आप भारत के योद्धा बनकर विकसित भारत बनाएंगे, हमें पूरा विश्वास हैकि भारत विश्वगुरु होगा। उपराष्ट्रपति ने कहाकि कुछ लोग राजनीतिक फायदे केलिए देश की भोलीभाली जनता को भ्रम फैलाकर ठगने का काम करते हैं, व्यक्तिगत फायदे केलिए यह घृणित कार्य नहीं करना, चाहिए देश की उपलब्धियां पर गर्व करना चाहिए हमें भारतीयता पर गर्व होना चाहिए, भारत की उपलब्धियां को सर्वोच्च रखना चाहिए, भारत और भारतीयता से बढ़कर कुछ भी नहीं है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि महिला आरक्षण विधेयक एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, आनेवाले समय में महिलाओं की प्रतिभा राजनीति में अभूतपूर्व रूपसे बढ़ेगी।
उपराष्ट्रपति ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग का जिक्र करते हुए कहाकि जो कोई देश नहीं कर पाया भारत ने वह संभव करके दिखाया। उन्होंने कहाकि भारत की संस्कृति और लोकाचार 5000 वर्ष से भी अधिक पुराने हैं, दुनिया ने जी-20 के दौरान भारत की संस्कृति को बारीकी से देखा, सभ्यतागत लोकाचार और संस्कृति का लोहा माना, भारत जैसी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत दुनिया में किसीभी देश के पास नहीं है। जगदीप धनखड़ ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता के कारण देश में हरघर में टॉयलेट, गैस सिलेंडर और नल से जल पहुंचना, सभीको बैंकिंग सेक्टर से जोड़ा जाना एक महान उपलब्धि है। उन्होंने कहाकि दुनिया का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर भारत मंडपम हमारे देश में उपलब्ध है, यशोभूमि एक अत्यंत भव्य कन्वेंशन सेंटर भी बनाया गया है, जोकि देखने लायक है। उन्होंने हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को नए संसद भवन को देखने केलिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्य न्यायाधीश एवं हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश सिन्हा, पूर्व न्यायाधीश एवं उपकुलपति प्रोफ़ेसर डॉ विवेकानंद, जस्टिस डी रघुराम पूर्व निदेशक रजिस्ट्रार विश्वविद्यालय के प्रवक्ता और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।