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Tuesday 14 May 2024 04:05:55 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्षकर बोर्ड ने करदाताओं केलिए वास्तविक समय में सूचना पुष्टिकरण प्रक्रिया की स्थिति दर्शाने केलिए वार्षिक सूचना विवरण यानी एआईएस में नई सुविधा जारी की है, जिससे करदाता अब यह मालूम कर सकते हैंकि स्रोत या रिपोर्टिंग संस्थाओं ने उनके फीडबैक पर कोई कदम उठाया है या नहीं। वार्षिक सूचना विवरण समस्त पंजीकृत आयकरदाताओं केलिए अनुपालन पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध है, जिसे ई-फाइलिंग वेबसाइट www.incometax.gov.in के माध्यम से देखा जा सकता है या एक्सेस किया जा सकता है। एआईएस में संबंधित करदाता के उन वित्तीय लेनदेन का विवरण होता है, जिनपर उन्हें कर देना पड़ सकता है। एआईएस को विभिन्न सूचना स्रोतों से प्राप्त वित्तीय डेटा के आधार पर भरा जाता है।
वार्षिक सूचना विवरण में करदाता को उसमें दर्शाए गए प्रत्येक लेनदेन पर अपना फीडबैक देने की सुविधा प्रदान की गई है। यह फीडबैक दरअसल करदाता को इस तरह की जानकारी के स्रोत से दी गई जानकारी की सटीकता पर टिप्पणी करने में मदद करता है। गलत जानकारी देने की स्थिति में उसे स्वत: पुष्टि केलिए संबंधित स्रोत केपास ले जाया जाता है। उल्लेखनीय हैकि कर कटौतीकर्ताओं या संग्रहकर्ताओं और रिपोर्टिंग संस्थाओं द्वारा प्रदान कीगई जानकारी के संबंध में सूचना पुष्टिकरण को वर्तमान में कार्यात्मक बना दिया गया है। इसपर आंशिक या पूर्ण स्वीकृति होने की स्थिति में संबंधित स्रोत द्वारा एक संशोधन विवरण दाखिल करके जानकारी को सही करना अत्यंत आवश्यक है। संबंधित स्रोत की ओर से फीडबैक का पुष्टिकरण किए जाने की स्थिति में करदाता को विशेषताएं दिखाई देंगी।
जैसे-क्या पुष्टिकरण केलिए फीडबैक को साझा किया गया है? इससे करदाता को पता चल जाएगाकि पुष्टिकरण केलिए फीडबैक को रिपोर्टिंग स्रोत केसाथ साझा किया गया है या नहीं। फीडबैक को साझा किया गया? इससे करदाता को वह तारीख पता चल जाएगी जिसदिन पुष्टि केलिए फीडबैक को रिपोर्टिंग स्रोत के साथ साझा किया गया है। स्रोत ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी? इससे करदाता को वह तारीख पता चल जाएगी जिसदिन रिपोर्टिंग स्रोत ने पुष्टिकरण केलिए उसके साथ साझा किए गए फीडबैक पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। स्रोत की प्रतिक्रिया या जवाब? इससे करदाता को यह पता चल जाएगाकि करदाता के फीडबैक पर स्रोत द्वारा दी गई प्रतिक्रिया या जवाब क्या है (कोई संशोधन आवश्यक है या नहीं)। केंद्रीय प्रत्यक्षकर बोर्ड को इस नई सुविधा से पारदर्शिता बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि यह करदाताओं केलिए इस तरह की जानकारी को एआईएस में दर्शाएगी। यह अनुपालन को आसान बनाने और करदाताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करने की दिशा में आयकर विभाग की ओर से एक और अहम पहल है।