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Sunday 26 May 2024 01:49:49 PM
श्रीनगर। देश के अभिन्न अंग जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बादसे हुए ऐतिहासिक और तेज विकास के सकारात्मक परिवर्तनों का ही असर हैकि लोकसभा के आम चुनाव-2024 में यहां के निवासी और प्रवासी मतदाता बढ़चढ़कर मतदान करके लोकतंत्र के पर्व में अपनी भागीदारी दर्ज करा रहे हैं। भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी सात चरणों में अबतक छह चरणों के मतदान प्रतिशत आंकड़ों में केंद्रशासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर के जिलों श्रीनगर और बारामूला में रिकॉर्ड मतदान केबाद अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र ने भी मतदान के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
भारत निर्वाचन आयोग का कहना हैकि जम्मू कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र में विश्वास जताया विरोधियों द्वारा देश-विदेश में यहां के बारे में झूंठे प्रचार प्रसार को गलत साबित कर दिया है। निर्वाचन आयोग ने दिल्ली, जम्मू और उधमपुर के विभिन्न राहत शिविरों में रहनेवाले प्रवासी कश्मीरी मतदाताओं को निर्दिष्ट विशेष मतदान केंद्रों पर व्यक्तिगत रूपसे मतदान करने या डाक मतपत्र का उपयोग करने का सटीक विकल्प भी दिया था। जम्मू में 21, उधमपुर में 1 और दिल्ली में 4 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। अनंतनाग, पुंछ, कुलगाम और राजौरी तथा आंशिक रूपसे शोपियां जिलों में शाम 5 बजे तक 51.35 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया और कुल मतदान का यह आंकड़ा जम्मू कश्मीर में 1989 केबाद यानी 35 वर्ष में सबसे अधिक है।
लोकसभा चुनाव-2024 में घाटी के तीन संसदीय क्षेत्र श्रीनगर में 38.49 प्रतिशत, बारामूला में 59.1 प्रतिशत और अनंतनाग-राजौरी में शाम 5 बजे तक 51.35 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है, जो कई दशक में सबसे अधिक है। कुल मिलाकर इन चुनावों में घाटी के तीन निर्वाचन क्षेत्रों में कुल मतदान 50 प्रतिशत (अनंतनाग राजौरी शाम 5 बजे) है, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 19.16 प्रतिशत था। अनंतनाग-राजौरी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में 2338 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ और इसके साथ ही इन मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग हुई। इस संसदीय क्षेत्र (पीसी) में प्रात: 7 बजे मतदान शुरू हुआ और वोट डालने केलिए अत्यंत उत्साहित मतदाता लंबी-लंबी कतारों में अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे।