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Monday 30 September 2024 06:31:48 PM
औली (उत्तराखंड)। भारत और कजाकिस्तान केबीच 8वां संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘काजिंद-2024’ आज सूर्या विदेशी प्रशिक्षण नोड उत्तराखंड के औली में शुरू हो चुका है। यह संयुक्त अभ्यास 2016 से प्रतिवर्ष होता आ रहा है, पिछला संयुक्त सैन्य अभ्यास 30 अक्टूबर से 11 नवंबर-2023 तक कजाकिस्तान के ओटार में आयोजित किया गया था। युद्धाभ्यास में भारतीय सशस्त्रबलों के 120 जवान भाग ले रहे हैं, जिसमें कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन अन्य अंगों केसाथ-साथ भारतीय वायुसेना के कर्मी भी शामिल हैं। कजाकिस्तान की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व कजाकिस्तान की थलसेना और वायुसेना के जवान कर रहे हैं। इस युद्धाभ्यास का समापन 13 अक्टूबर 2024 को होगा।
भारत और कजाकिस्तान केबीच संयुक्त युद्धाभ्यास काजिंद-2024 में दोनों ओर के सैनिकों को संयुक्त सैन्य संचालन की रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं में सर्वोत्तम उपायों को साझा करने का अवसर मिलेगा। इससे दोनों सेनाओं केबीच अंतर संचालन, सहयोग और सौहार्द विकसित करने में मदद मिलेगी, जिससे दोनों देशों केबीच रक्षा सहयोग बढ़ेगा और दोनों मित्र देशों केबीच द्विपक्षीय संबंधों में भी और मजबूती आएगी। युद्धाभ्यास का उद्देश्य संयुक्तराष्ट्र अधिदेश के सातवें अध्याय केतहत एक उपपारंपरिक परिदृश्य में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन अभियानों केलिए दोनों देशों की संयुक्त सैन्य क्षमताओं को बढ़ाना है।
भारत और कजाकिस्तान केबीच संयुक्त युद्धाभ्यास अर्धशहरी और पहाड़ी इलाकों में कार्रवाई संचालन पर केंद्रित है। अभ्यास के दौरान उच्चस्तर की शारीरिक फिटनेस, सामरिक स्तरपर संचालन केलिए अभ्यास और सुधार तथा सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना प्रमुख रूपसे क्रियाकलापों में शामिल हैं। आतंकवादी कार्रवाई के खिलाफ संयुक्त जवाब, संयुक्त कमान पोस्ट की स्थापना, खुफिया और निगरानी केंद्र की स्थापना, हेलीपैड और लैंडिंग स्थल की सुरक्षा, कॉम्बैट फ्री फॉल, विशेष हेलीबोर्न ऑपरेशन, घेराव और तलाशी अभियान, ड्रोन और काउंटर ड्रोन सिस्टम का उपयोग आदि युद्धाभ्यास की गतिविधियों का हिस्सा हैं।