स्वतंत्र आवाज़
word map

उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों का भव्य शुभारंभ

प्रधानमंत्री ने फिटनेस व स्वस्थ जीवनशैली के बारे में जागरुक किया

उत्तराखंड में यूसीसी लागू करने पर धामी सरकार को बधाई दी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 29 January 2025 12:24:39 PM

38th national games inaugurated with great pomp in uttarakhand

देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम देहरादून में 38वें राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ किया। उन्होंने खेल प्रेमियों के जनसमूह को संबोधित किया और उत्तराखंड की तेज प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनने का उल्लेख करते हुए कहाकि जो बेटियों, माताओं और बहनों केलिए सम्मानजनक जीवन की नींव रखेगा, यह लोकतंत्र की भावना और संविधान के सार को मजबूत करेगा। प्रधानमंत्री ने इसे इस खेल आयोजन से जोड़ते हुए कहाकि खेल भावना भेदभाव को दूर कर देती है, हर जीत और पदक सामूहिक प्रयास से हासिल किया जाता है। उन्होंने कहाकि यही भावना समान नागरिक संहिता पर भी लागू होती है, जहां कोई भेदभाव नहीं है और सभी समान हैं। उन्होंने इस ऐतिहासिक कदम केलिए उत्तराखंड राज्य सरकार को बधाई दी। उत्तराखंड पहली बार इतने बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है, इसकी प्रधानमंत्री ने सराहना की। उन्होंने कहाकि इससे स्थानीय युवाओं केलिए रोज़गार के अधिक अवसर पैदा होंगे, नौकरियां मिलेंगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि उत्तराखंड को विकास के नए रास्ते तलाशने चाहिएं, क्योंकि इसकी अर्थव्यवस्था केवल चार धाम यात्रा पर निर्भर नहीं रह सकती है, केवल यही पर्याप्त नहीं है, हालाकि सरकार इन तीर्थयात्राओं का आकर्षण बढ़ाने केलिए लगातार सुविधाएं बढ़ा रही है, हर सीजन में तीर्थयात्रियों की संख्या नए रिकॉर्ड बना रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि उत्तराखंड युवाओं की ऊर्जा से देदीप्यमान है, बाबा केदारनाथ, बद्रीनाथ और मां गंगा के आशीर्वाद से यहां 38वें राष्ट्रीय खेल हो रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंड में शीतकालीन आध्यात्मिक यात्राओं को और भी बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया और इस दिशा में नए कदम उठाए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने देशभर के युवाओं को सर्दियों के दौरान उत्तराखंड आने केलिए प्रोत्साहित किया, क्योंकि यहां तीर्थयात्रियों की संख्या कम होती है, मगर साहसिक गतिविधियों केलिए यहां अनेक अवसर हैं। उन्होंने एथलीटों से राष्ट्रीय खेलों केबाद इन अवसरों का पता लगाने और लंबे समय तक देवभूमि के आतिथ्य का आनंद लेने का आग्रह किया। उन्होंने उल्लेख कियाकि यह उत्तराखंड के गठन का 25वां वर्ष है और इस कार्यक्रम में 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की सुंदर तस्वीर प्रदर्शित हुई है। उन्होंने कहाकि इसबार राष्ट्रीय खेलों में कई स्थानीय खेलों को शामिल किया गया है जिसकी थीम 'ग्रीन गेम्स' है, क्योंकि इसमें पर्यावरण के अनुकूल वस्तुओं का उपयोग किया गया है। विषय को और विस्तार से बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि ट्रॉफियां और पदक भी ई-कचरे से बने हैं। उन्होंने कहाकि प्रत्येक पदक विजेता के नाम पर एक पौधा लगाया जाएगा, जो बड़ी पहल होगी। उन्होंने एथलीटों को शानदार प्रदर्शन केलिए शुभकामनाएं दीं और इतने भव्य आयोजन केलिए उत्तराखंड सरकार और यहां की जनता को भी बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि जैसे सोना आग से शुद्ध होता है, वैसेही एथलीटों को अपनी क्षमताओं को निखारने के अधिक अवसर दिए जाते हैं। उन्होंने कहाकि देश में अब सालभर में कई टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं, खेलो इंडिया सीरीज में कई नए टूर्नामेंट शामिल किए गए हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि खेलो इंडिया यूथ गेम्स ने कई युवा खिलाड़ियों को अवसर प्रदान किए हैं, जबकि यूनिवर्सिटी गेम्स विश्वविद्यालय के छात्रों को कई अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहाकि खेलो इंडिया पैरा गेम्स ने पैरा एथलीटों को अपना प्रदर्शन सुधारने और नई उपलब्धियां हासिल करने में मदद की। प्रधानमंत्री ने लद्दाख में हालही में पांचवे खेलो इंडिया शीतकालीन खेल का उल्लेख किया। उन्‍होंने कहाकि खेलों को बढ़ावा देने के प्रयास केवल सरकार के संचालित नहीं हैं, बल्कि कई सांसद नई प्रतिभाओं को आगे लाने केलिए अपने निर्वाचन क्षेत्रों में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जोकि काशी से सांसद हैं, ने कहाकि अकेले उनके संसदीय क्षेत्र में लगभग 2.5 लाख युवाओं को हर साल खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहाकि देश में खेलों का सुंदर गुलदस्ता तैयार किया गया है, जिसमें हर मौसम में फूल खिलते हैं और टूर्नामेंट लगातार आयोजित होते रहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि खेल को भारत के समग्र विकास केलिए महत्वपूर्ण माध्यम माना जाता है। उन्‍होंने कहाकि जब कोई देश खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करता है तो उसकी प्रतिष्ठा और प्रोफ़ाइल भी बढ़ती है। उन्होंने कहाकि खेलों को भारत के विकास और उसके युवाओं के आत्मविश्वास से जोड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन रहा है और खेल अर्थव्यवस्था इस प्रयास का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने जिक्र कियाकि भारत दुनियाभर में एथलीटों के उपयोग किए जाने वाले खेल उपकरणों का गुणवत्तापूर्ण निर्माता बन रहा है। उन्होंने कहाकि मेरठ में खेल उपकरण बनाने वाली 35000 से अधिक छोटी और बड़ी फैक्ट्रियां हैं, जिनमें 3 लाख से अधिक लोग कार्यरत हैं। प्रधानमंत्री ने बतायाकि उन्हें हालही में दिल्ली में अपने आवास पर भारत की ओलम्पिक टीम से मिलने का अवसर मिला, उस दौरान एक एथलीट ने पीएम को ‘प्राइम मिनिस्‍टर’ के बजाय ‘परम मित्र’ (सबसे अच्छा दोस्त) के रूपमें परिभाषित किया। उन्होंने कहाकि यह भरोसा उन्हें ऊर्जा देता है। उन्होंने एथलीटों की प्रतिभा और क्षमता पर पूरा भरोसा प्रकट किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि पिछले दशक में खेल बजट तीन गुना से अधिक हो गया है, टॉप्‍स योजना केतहत अनेक एथलीटों में सैकड़ों करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि खेलो इंडिया कार्यक्रम देशभर में आधुनिक खेल बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है, स्कूलों में खेलों को मुख्यधारा में शामिल किया गया है और देश का पहला खेल विश्वविद्यालय मणिपुर में स्थापित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारतीय एथलीट अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए हर अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने ओलम्पिक और पैरालिम्पिक में भारतीय एथलीटों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहाकि उत्तराखंड के कई एथलीटों ने भी पदक जीते हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हॉकी के गौरवशाली दिन लौट रहे हैं, भारत की खो-खो टीम ने हालही में विश्व कप जीता और गुकेश डी ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतकर दुनिया को चौंका दिया, कोनेरू हम्पी महिला विश्व रैपिड शतरंज चैंपियन बनीं। प्रधानमंत्री ने कहाकि ये सफलताएं दर्शाती हैंकि कैसे भारत में खेल अब केवल पाठ्येतर गतिविधियां नहीं रह गए हैं, बल्कि युवा अब खेल को प्रमुख करियर विकल्प के रूपमें मान रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि जिस तरह एथलीट हमेशा बड़े लक्ष्य रखते हैं, उसी तरह भारतभी बड़े संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बतायाकि भारत 2036 ओलम्पिक की मेजबानी केलिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है, जो भारतीय खेलों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ओलंपिक सिर्फ खेल आयोजन नहीं है, बल्कि यह मेजबान देश में कई क्षेत्रों को बढ़ावा देता है, ओलंपिक केलिए बनाया गया खेल बुनियादी ढांचा रोज़गार उपलब्‍ध कराता है और भविष्य के एथलीटों केलिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करता है। उन्होंने कहाकि ओलंपिक की मेजबानी करने वाले शहर में नए कनेक्टिविटी बुनियादी ढांचे को देखा जा रहा है, निर्माण और परिवहन क्षेत्रों को बढ़ावा दिया जा रहा है और सबसे बड़ा लाभ देश के पर्यटन को हुआ है, नए होटल बनाए जा रहे हैं और दुनियाभर से लोग खेलों में भाग लेने और देखने केलिए आ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि देवभूमि उत्तराखंड में आयोजित होनेवाले राष्ट्रीय खेलों से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि एथलीट अपने-अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं और आनेवाले दिनों में जमकर प्रतिस्पर्धा करेंगे, राष्ट्रीय कीर्तिमान तोड़ेंगे और नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे। उन्होंने उनसे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का आग्रह किया। नरेंद्र मोदी ने एथलीटों को प्रोत्साहित कियाकि उनके पदक भारत की एकता और उत्कृष्टता को प्रतिबिंबित करें। उन्होंने उनसे विभिन्न राज्यों की भाषाओं, व्यंजनों और संगीत के बारेमें जानने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि उत्तराखंड प्लास्टिक मुक्त होने की दिशामें आगे बढ़ रहा है और यह लक्ष्य एथलीटों के सहयोग के बिना हासिल नहीं किया जा सकता है। उन्होंने सभीसे इस अभियान की सफलता में योगदान देने का आग्रह किया।
फिटनेस के महत्व पर बल और देश में मोटापे की बढ़ती समस्या पर चिंता व्‍यक्‍त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि मोटापा युवाओं सहित सभी आयु समूहों को प्रभावित कर रहा है और मधुमेह व हृदय रोग जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। नरेंद्र मोदी ने इस बातपर संतोष व्यक्त कियाकि फिट इंडिया मूवमेंट के माध्यम से देश फिटनेस और स्वस्थ जीवनशैली के बारेमें अधिक जागरुक हो रहा है। उन्होंने कहाकि राष्ट्रीय खेल शारीरिक गतिविधि, अनुशासन और संतुलित जीवन का महत्व सिखाते हैं। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से दो चीजों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया-व्यायाम और आहार। उन्होंने व्यायाम, संतुलित और पौष्टिक आहार के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने हर महीने खाना पकाने के तेल के उपयोग को कम से कम 10प्रतिशत कम करने की सलाह दी, क्योंकि छोटे कदमों से महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुधार हो सकते हैं। नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकारों, स्कूलों, कार्यालयों और समुदाय के नेताओं से फिटनेस और पोषण के बारेमें जागरुकता फैलाने का आह्वान किया। उन्होंने उचित पोषण के बारेमें अपने व्यावहारिक अनुभव और ज्ञान साझा करने का आग्रह किया। उन्होंने फिट इंडिया के निर्माण केलिए सामूहिक प्रयास का आह्वान करते हुए संबोधन का समापन किया। उद्घाटन कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, रक्षा खडसे और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]