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'हिंदू कॉलेज राष्ट्र की अद्वितीय धरोहर'

हिंदू कॉलेज के स्थापना दिवस पर शिक्षा मंत्री का संबोधन

'यह आने वाले दशक में भारत के परिवर्तन का कप्तान होगा'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 18 February 2025 02:47:29 PM

education minister at the foundation day program of hindu college

नई दिल्ली। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा हैकि हिंदू कॉलेज ने भारत की बौद्धिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय पहचान को आकार देने वाली एक अद्वितीय धरोहर तैयार की है। धर्मेंद्र प्रधान ने हिंदू कॉलेज के 126वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में हिंदू कॉलेज की प्रतिष्ठित धरोहर पर प्रकाश डाला और इसे ज्ञान के मंदिर व शैक्षिक उत्कृष्टता, नवाचार, विविधता, बहुलता, लोकतांत्रिक आदर्शों, राष्ट्रवादी भावना और राष्ट्र निर्माण का उद्गम स्थल बताया। उन्होंने कहाकि मुझे विश्वास हैकि हिंदू कॉलेज अगले दो दशक और उससे आगे भारत के परिवर्तन के ‘कप्तान’ के रूपमें उभरेगा और इसके छात्र धन-सृजक, नौकरी-सृजक, डीप-टेक इनोवेटर, नीति-निर्माता और कल के वैश्विक नागरिक बनेंगे।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली में हिंदू कॉलेज की स्थापना के समय का उल्लेख करते हुए कहाकि कृष्णदास गुरवाले द्वारा स्थापित हिंदू कॉलेज ने ब्रिटिश राजनेता थॉमस बैबिंगटन मैकाले द्वारा ब्रिटिश उपनिवेशों में अंग्रेजी शिक्षा प्रणाली लागू करने और भारत की शिक्षा प्रणाली एवं सनातन संस्कृति को नष्ट करने के प्रयास का मुकाबला करने केलिए भारत की बौद्धिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय पहचान को आकार देने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। उन्होंने दावे केसाथ यह भी कहाकि भारत आज जिस प्रगति और समृद्धि के मार्ग पर खड़ा है, वह हिंदू कॉलेज ने प्रशस्त किया है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहाकि विरासत बनाना उसे बनाए रखने से कहीं अधिक आसान है और हिंदू कॉलेज के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को कॉलेज की उत्कृष्टता की विरासत को बनाए रखने की उनकी निरंतर ‘साधना’ केलिए बधाई। उन्होंने उनसे इस प्रतिबद्धता को जारी रखने और संस्थान को समाधानों के वैश्विक केंद्र में बदलने का प्रयास करने का आग्रह किया।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहाकि ‘विकसित भारत-2047’ भारतीयों का सामूहिक लक्ष्य है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहाकि अगले 22-25 साल अमृतकाल के प्रतीक हैं, जो हिंदू कॉलेज समुदाय केलिए एक महत्वपूर्ण अवधि है। उन्होंने कहाकि जैसे भारत अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी मना रहा है, वैसेही हिंदू कॉलेज अपने 150वें स्थापना दिवस का जश्न मनाएगा। उन्होंने कहाकि इस महत्वपूर्ण चरण के दौरान कॉलेज को खुदको अनुसंधान, नवाचार, उद्यमिता और 21वीं सदी की चुनौतियों के समाधान के केंद्र के रूपमें स्थापित करने की आकांक्षा रखनी चाहिए। धर्मेंद्र प्रधान ने हिंदू कॉलेज दौरे के दौरान कौशल विकास और उद्यमिता गतिविधियों पर आधारित प्रदर्शनी में छात्रों और शिक्षकों केसाथ बातचीत की। विचारों, प्रोटोटाइपों और व्यावसायिक मॉडलों का जिक्र करते हुए उन्होंने विश्वास जतायाकि ये नवाचार, उद्यमिता, रोज़गार सृजन और संपत्ति सृजन के ध्वजवाहक के रूपमें काम करेंगे। इस अवसर पर शिक्षाविद्, स्टाफ सदस्य और छात्र भी मौजूद थे।
गौरतलब हैकि हिंदू कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज है। इसकी स्थापना 1899 में ब्रिटिश राज के खिलाफ राष्ट्रवादी संघर्ष की पृष्ठभूमि में की गई थी। हिंदू कॉलेज किनारी बाजार चांदनी चौक में एक साधारण इमारत में कार्यरत था और यह पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्ध था, क्योंकि उस समय दिल्ली में कोई और विश्वविद्यालय नहीं था। पंजाब विश्वविद्यालय ने कॉलेज को चेतावनी दीकि यदि कॉलेज को अपना स्वयं का भवन नहीं मिला तो विश्वविद्यालय कॉलेज की संबद्धता समाप्त कर देगा। राय बहादुर लाला सुल्तान सिंह कॉलेज को बचाने केलिए आगे आए, कॉलेज ने 1953 तक वहीं काम किया। जब 1922 में दिल्ली विश्वविद्यालय का जन्म हुआ तो हिंदू कॉलेज केसाथ रामजस कॉलेज और सेंट स्टीफन कॉलेज को भी दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कर दिया गया। हिंदू कॉलेज भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के वक्त बौद्धिक और राजनीतिक बहस का केंद्र हुआ करता था। 

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