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Friday 12 July 2013 12:23:50 PM
देहरादून। जिलाधिकारी देहरादून बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा प्रभावित जनपदों के उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों से कहा है कि महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कालेज देहरादून से उनके जनपदों को राहत सामग्री का वितरण का कार्य किया जा रहा है, वे आपदा पीड़ितों को प्राथमिकता से राहत सामग्री उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे यह भी सुनिश्चित करें कि राहत सामग्री कितनी मात्रा में भेजी जानी है उसके संबंध में प्रतिदिन उन्हें अवगत कराएं, ताकि मांग के अनुसार राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री की उतनी ही मात्रा में मांग की जाए, जितनी मात्रा में राहत सामग्री वितरित की जा सके तथा सामग्री के रखने की उचित व्यवस्था की जाए, ताकि वर्षा होने पर राहत सामग्री खराब न होने पाए। उन्होंने राहत कार्यों में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को सावधान किया है कि राहत कार्यों में शिथिलता, अनियमितता और लापरवाही पाए जाने पर उनके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी प्रतिदिन यह सूचना भी प्रेषित करेंगे कि सड़क मार्ग कहां तक खुला है तथा बडे़ वाहनों के लिए खुला है कि छोटे वाहनों के लिए खुला है, इसकी सूचना अवश्य उपलब्ध कराएं, ताकि सड़क मार्ग के हिसाब से ही वाहनों में राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा सके, साथ ही वे सड़क मार्ग का रोड प्लान भी उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि यहां से राहत सामग्री पहुंचा रहे वाहनों में ईंधन पर्याप्त मात्रा में दिया जाता है, राहत सामग्री की कहीं कोई कमी नहीं है तथा वहां के मौसम के हिसाब से तथा आम जनता की मांग के अनुरूप राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, सभी अधिकारी अपने-अपने जिलों में यह भी सुनिश्चित करें कि जिन लोगों के आवासीय घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं एवं रहने के लिए कोई सहारा नहीं है, ऐसे परिवारों को चिन्हित कर उसकी सूचना उपलब्ध कराएं, ताकि उसी के आधार पर उस क्षेत्र लिए टेंट त्रिपाल की व्यवस्था राहत सामग्री उपलब्ध कराने वाले लोगों एवं संस्थाओं से कराई जा सके। जिलाधिकारी ने उनसे कहा कि जो भी अधिकारी कर्मचारी राहत सामग्री वितरण के कार्य में लगा है, उसका नाम पद भी अवश्य भेजा जाए तथा वितरण की गई सामग्री की समीक्षा भी करें, इसके साथ ही वे आपदा प्रभावित गांवों का नाम भी भेजे।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि जिन गांवों में विद्युत आपूर्ति बिल्कुल बाधित हो गई है, सभी अधिकारी अपने-अपने जिलों से ऐसे गांवों की सूची तैयार कर उपलब्ध कराएं, ताकि वहां सोलर लाईट की व्यवस्था की जा सके। जिलाधिकारी ने उन्हें अवगत कराया है कि रंजना वर्मा उप जिलाधिकारी सदर को पिथौरागढ़ एवं बागेश्वर जिले के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है, जो इन जनपदों के अधिकारियों से समन्वय कर राहत सामग्री के संबंध में जानकारी लेंगी। झरना कमठान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को उत्तकाशी का नोडल अधिकारी नामित किया गया है, रूद्रप्रयाग हेतु सचिव एमडीडीए बंशीधर तिवारी तथा सचिव दून घाटी विशेष प्राधिकरण धर्मसत्तू को चमोली जिले का नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि ये अधिकारी अपने-अपने जनपदों के उप जिलाधिकारियों से समन्वय कर राहत सामग्री के उपलब्ध कराने के संबंध में जानकारी प्राप्त करेगें तथा उन जिलों से आ रही मांग के आधार पर राहत सामग्री प्रेषित कराएंगे। वीडियों कांफ्रेंसिंग में प्रभावित जिलों के अधिकारियों ने भी राहत सामग्री वितरण में आ रही व्यवहारिक कठिनाईयों की ओर जिलाधिकारी का ध्यान आर्कषित करते हुए कहा कि राहत सामग्री में बंद पानी की बोतलें तथा फटे पुराने कपडे़ न भेजे जाएं। वीडियों कांफ्रेंसिंग में नोडल अधिकारी रजंना वर्मा उप जिलाधिकारी सदर, झरना कमठान अपर जिलाधिकारी प्रशासन, सचिव एमडीडीए बंशीधर तिवारी, सचिव दून घाटी विशेष प्राधिकरण धर्मसत्तू, कमांडेंट होम गार्ड, जिला पूर्ति अधिकारी श्याम आर्य, जिला सूचना अधिकारी अजय मोहन सकलानी उपस्थित थे।