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Sunday 21 July 2013 07:13:28 AM
देहरादून। पूर्व दायित्वधारी एवं केदारघाटी आपदा पीड़ित विस्थापन व पुनर्वास संघर्ष समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग को देहरादून में आवास, गाड़ी और सुरक्षा दिए जाने की मांग को बेतुका करार दिया है। उन्होंने कहा की लिंग को अपने दायित्व के निर्वहन में किसी प्रकार की कठिनाई पैदा हो रही है तो उन्हें विवाद पैदा करने के बजाय तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। अजेंद्र ने कहा की केदार घाटी इतनी बड़ी आपदा से हलकान है, ऐसे समय में किसी प्रकार का विवाद खड़ा करना दुर्भाग्यपूर्ण है, पहले शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने अनावश्यक विवाद खड़ा करने की कोशिश की थी, रावल भी स्वामी स्वरूपानंद की राह पर चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान रावल के साथ विवादों का पुराना रिश्ता रहा है, भीमाशंकर लिंग की नियुक्ति के समय भी भारी विवाद हुआ था, उनकी नियुक्ति विवादों के घेरे में रही है। उन्होंने कहा कि जब केदार घाटी भारी आपदा की मार से बेहाल है तो रावल को चाहिए था कि वो पीड़ितों की मदद के लिए आगे आते और लोगों को पीड़ितों की सहायता के लिए प्रेरित करते, इसके विपरीत रावल अपने लिए अतिरिक्त सुख सुविधाओं की मांग कर रहे हैं, रावल की यह मांग किसी के भी गले नहीं उतर रही है।
उन्होंने कहा कि रावल का अपनी सुख सुविधाओं को बढ़ाए जाने के मामले में सीधे प्रदेश सरकार से मांग किया जाना भी हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि रावल को यह तो ज्ञात ही होगा कि उनकी नियुक्ति से लेकर अन्य सभी मामले पीड़ितों-केदारनाथ मंदिर समिति के स्तर के मामले हैं। उन्होंने मांग की कि वर्तमान रावल को अपने पद को संभालने में किन्हीं प्रकार की दिक्कतें आ रही हैं, तो उन्हें अपने पद से त्याग-पत्र दे देना चाहिए।