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Saturday 22 February 2014 10:39:12 PM
नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा में बताया है कि जम्मू-कश्मीर में करगिल को हवाई सेवा से जोड़ने की संभावनाओं का पता लगाया जा रहा है, हालांकि यह हवाई सेवा प्रदाता एयरलाइनों पर निर्भर करता है कि वे विशेष स्थानों पर सेवा उपलब्ध कराती हैं या नहीं, यह मार्ग पर ट्रैफिक की मांग और वाणिज्यिक तौर पर मुनाफे पर भी निर्भर करता है।
करगिल तक पहली उड़ान 7 जनवरी 2014 को उद्घाटन के मौके पर एयर मंत्र ने भरी थी, लेकिन करगिल के लिए अभी तक नियमित उड़ान शुरू नहीं हुई है। एयर मंत्र ने बताया था कि क्षेत्रीय एयरलाइन परियोजना में सुधार दोबारा मूल्यांकन किया जा रहा है। ऑपरेटर ने आंतरिक मूल्यांकन, उड़ान संबंधी नीतियां बनाने और विलय एवं अधिग्रहण जैसे काम के लिए और समय मांगा था। आज की तारीख तक करगिल से या करगिल तक कोई घरेलू उड़ान की सुविधा नहीं है।
देशभर में हवाई परिवहन सेवाओं के बेहतर नियमन के लिए सरकार ने रूट डिसपर्सल गाइडलाइंस (आरडीजी) का प्रस्ताव रखा है। आरडीजी के अनुसार, कैटेगरी-1 (मेट्रो) मार्ग पर अधिसूचित सभी एयरलाइंस के लिए कैटेगरी-1 और कैटेगरी-2 मार्ग पर तैनात एयरलाइंस की पूरी क्षमता का 10 फीसदी होना जरूरी है। कैटेगरी-2 के मार्ग से पूर्वोत्तर राज्यों, जम्मू-कश्मीर (करगिल सहित), अंडमान एवं निकोबार और लक्षद्वीप के हवाई अड्डे जुडे़ हैं।