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Friday 4 April 2014 04:23:50 PM
देहरादून। लोकसभा सामान्य निर्वाचन को निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी डॉ बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने कलक्ट्रेट सभागार में निर्वाचन कार्य हेतु नियुक्त एआरओ तथा नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति सचेत करते हुए कहा कि वे निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ उनका निर्वहन करें, किसी भी लापरवाही के लिए संबंधित अधिकारी के विरूद्व कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया है कि छोटी सी भूल पूरी निर्वाचन प्रक्रिया को बाधित कर सकती है, इसके लिए सभी अधिकारी अपने जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से समझें। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पांडेय, अपर जिलाधिकारी सोनिका, अपर जिलाधिकारी प्रताप शाह, मुख्य कोषाधिकारी जगत सिंह चौहान एवं सभी सहायक रिटर्निंग अधिकारी, निदेशक दूरदर्शन केके रत्तु तथा विभिन्न समितियों के नोडल अधिकारी मौजूद थे।
बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने कहा कि किसी भी प्रत्याशी एवं राजनैतिक दल द्वारा पदयात्रा, जुलूस, जनसभा या नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम बिना किसी पूर्व अनुमति के नहीं हो सकते, इस संबंध में संबंधित क्षेत्र के सक्षम अधिकारी से अनुमति लेना अनिर्वाय होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि विधान सभा क्षेत्र चकराता के लिए एआरओ अशोक पांडेय तथा विकासनगर के लिए अरविंद पांडेय, सहसपुर हेतु एनएस डागी, ऋषिकेश हेतु संतोष पांडेय, विधान सभा मसूरी के लिए रामजी शरण इन कार्यक्रमों की अनुमति देंगे। इसके अलावा विधान सभा क्षेत्र रायपुर, डोईवाला, राजपुर, देहरादून कैंट तथा धर्मपुर हेतु नगर मजिस्ट्रेट गिरीश चंद्र गुणवंत इस प्रकार की अनुमति देंगे। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के किसी भी जनसभा एवं रैली का आयोजन किया जाता है तो वह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा तथा आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने एआरओ को निर्देश दिये कि उनके द्वारा दी जाने वाली अनुमति के बारे में जनपद में गठित सर्विलांस टीम एवं मीडिया प्रमाणन समिति तथा आय व्यय समिति को भी समय पर अवगत कराना होगा तथा इन कार्यों हेतु गठित टीमें आपसी तालमेल एवं समन्वय के साथ कार्य करेंगी, उनके द्वारा की जाने वाली कार्रवाई से भी संबंधित को सूचित कराना होगा, ताकि कहीं पर किसी प्रकार की कोई गलती न होने पाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जो कार्य जिस टीम द्वारा किया जा रहा है, वह अपने पास सभी डाटा तैयार करने हेतु अलग-अलग रजिस्टर रखे। आर्दश आचार संहिता के अंतर्गत अभी तक प्रभावी कार्रवाई न होने पर जिलाधिकारी ने कहा कि मतदान के दिन नजदीक आने के साथ ही आचार संहिता की घटनाएं बढ़ने लगती हैं, इसलिए आचार संहिता से जुडे़ अधिकारी अभी से निष्पक्षता के साथ कार्रवाई सुनिश्चित करें।