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Tuesday 1 July 2014 03:15:28 PM
नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता डॉ अकबरूद्दीन ने मीडिया को बताया है कि इराक में भारतीय अधिकारियों ने अपने स्तर पर अपने हमवतनों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है, वे जरूरतमंद भारतीयों की कागजी कार्रवाई तथा टिकट दिलवाने में सहयोग कर रहे हैं, ताकि वे स्वदेश लौट सकें। इस कदम से इस हफ्ते करीब 600 भारतीय नागरिक सुरक्षित स्वदेश लौट सकेंगे। इराक से 94 भारतीय अपने देश रवाना हो भी गए है। प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि भारतीय नागरिकों को इराक में उन क्षेत्रों में यह सुविधा मुहैया कराई जा रही है, जहां फिलहाल संघर्ष नहीं चल रहा है। विशेष सचल दस्ते नजफ, करबला, बसरा एवं बगदाद में रहने वाले वाले भारतीयों से संपर्क साध रहे हैं और उन्हें देश छोड़ने की सलाह दे रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सचल दस्तों को विदेश मंत्रालय ने इस बात के लिए अधिकृत किया है कि वे भारतीयों से उनके निवास स्थलों पर संपर्क करें, उन्हें यह सलाह दें कि हमने पूर्व में जो दो परामर्श भेजे थे, उसके अनुसार यह सर्वोत्तम होगा कि वे अपने कार्य स्थलों को छोड़ दें और भारत लौट जाएं। उन्होंने कहा कि इस हफ्ते 600 से अधिक भारतीय नागरिकों के प्रस्थान के लिए सुविधा मुहैया कराई जाएगी। नजफ से 60 भारतीयों, करबला से 30 और बगदाद से चार भारतीय कल संकट से घिरे इराक से स्वदेश लौट आए तथा अन्य भी जल्द लौटेंगे। अपहृत 39 भारतीयों के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें छुड़ाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बगदाद से काफी दूर बसरा में न्यायिक हिरासत में कैद छह भारतीयों की रिहाई सचल दस्ते द्वारा तैयार किए जा रहे दस्तावेजों के आधार पर की जाएगी, वे भी जल्द ही भारत रवाना हो जाएंगे, समीपवर्ती नसरिया में 50 भारतीय नागरिकों की रवानगी के लिए कागजी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। अधिकारियों ने ध्यान दिलाया कि बगदाद में 12 भारतीय नागरिकों को टिकट जारी किए गए हैं। प्रवक्ता ने इस बात को रेखांकित किया कि सक्रिय रवैये के चलते राजनयिक अपनी ओर से भारतीयों से संपर्क साध रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीयों की वापसी के लिए राष्ट्रीय संपत्ति का उपयोग किया जाएगा।