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Saturday 24 January 2015 07:14:02 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2014 से पुरस्कृत बच्चों ने नई दिल्ली में एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी से मुलाकात की। राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चों ने असाधारण बहादुरी का परिचय दिया है, उनका जीवन साहस, संकल्प और निडरता की एक प्रेरक यात्रा है। मेनका गांधी ने भी बच्चों के साहसिक अनुकरणीय कार्यों की सराहना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार भी प्रदान किए।
राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार सन् 1957 में स्थापित भारत सरकार और बाल कल्याणकी भारतीय परिषद के जरिए प्रतिवर्ष दिया जाता है। यह पुरस्कार साहसिक मेधावी कार्यों और दूसरों के लिए उदाहरण स्थापित करने वाले बच्चों को दिया जाता है। आठ से 18 साल के बीच के आयु वर्ग के बच्चों को उनके बुद्धिमत्ता और साहसिक अनुकरणीय कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार के लिए चयनित 24 बच्चों में से 4 पुरस्कार विजेताओं को उनकी बहादुरी के कारनामों के लिए मरणोपरांत पुरस्कृत किया गया है। वर्ष 2014 का ‘भारत पुरस्कार’ उत्तर प्रदेश की 16 वर्षीय रेशमा फातिमा, ‘गीता चोपड़ा पुरस्कार’ असम के 13 वर्षीय गुंजन शर्मा और ‘संजय चोपड़ा पुरस्कार’ उत्तर प्रदेश के 16 वर्षीय देवेश कुमार को दिया गया है।