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जॉर्डन के पायलट की जलाकर हत्या

आईएस के दोनों आतंकवादी फांसी पर लटकाए

जॉर्डन ने भी पायलट की मौत का बदला लिया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 5 February 2015 01:11:18 AM

burning of jordan pilot

अम्मान। जॉर्डन के पायलट मोएज अल-कसास्बेह को आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के जलाकर मार डाले जाने के बाद जॉर्डन ने उसकी जेल में बंद उसकी आत्मघाती एक महिला और एक पुरुष सदस्य को तुरंत फांसी पर लटका दिया है। जॉर्डन ने इसी के साथ संकल्प व्यक्त किया है कि वह भविष्य में ऐसी घटना पर तुरंत और घातक कार्रवाई करेगा। इस्लामिक स्टेट ने एक वीडियो ऑनलाइन किया था, जिसमें एक व्यक्ति को धातु के पिंजरे में आग की लपटों से घिरा हुआ दिखाया गया है। यह व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि जॉर्डन के दुर्घटनाग्रस्त लड़ाकू विमान का पायलट मोएज अल-कसास्बेह था। दिसंबर में उत्तरी सीरिया की सीमा के पास विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद से आईएस ने इस पायलट को बंधक बना रखा था और बदले में फांसी पर लटकाए गए इन दोनों बंदियों की रिहाई की मांग कर रहा था। इस वीडियो के जारी होने के कुछ ही घंटे बाद अम्मान ने अलकायदा के इन दोनों कैदियों को फांसी दे दी।
जॉर्डन ने आतंकवादी कार्रवाई पर तुरंत और घातक जवाब देने का संकल्प किया है। जॉर्डन सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद अल मोमानी ने बताया कि इन दो कैदियों साजिदा अल-रिशवी और जियाद अल करबूली को घटना की पुष्टि के बाद तुरंत फांसी दे दी गई है। साजिदा अल-रिशवी को 2005 में जॉर्डन की राजधानी अम्मान में तीन होटलों में हुए बम विस्फोटों के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी, इन धमाकों में दर्जनों लोग मारे गए थे। इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) ने भी जॉर्डन के पायलट को जिंदा जलाकर मार देने का दावा किया है। मंगलवार को जारी आईएस के इस वीडियो के बाद जॉर्डन ने भी पायलट के मारे जाने की पुष्टि की है। यह वीडियो 22 मिनट का है, जिसका अंत जॉर्डन के पायलट मोएज अल-कसास्बेह की क्रूर हत्या से होता है। जॉर्डन ने कहा है कि आईएस तीन जनवरी को ही उसके पायलट की हत्या कर चुका है। पायलट मोएज अल-कसास्बेह को 26 दिसंबर को सीरिया के समीप रक्का में विमान हादसे के बाद आईएसआईएस के लड़ाकों ने बंधक बनाया हुआ था। इस संगठन ने पायलट मोएज अल-कसास्बेह और जापानी पत्रकार केंजी गोतो की रिहाई के बदले जॉर्डन से अपनी आत्मघाती महिला हमलावर साजिदा अल-रिशवी की रिहाई की मांग की थी।
पायलट मोएज अल-कसास्बेह को बंधक बनाने के बाद इस्लामिक स्टेट ने दिसंबर में जॉर्डन को धमकी दी थी कि अगर उसकी महिला सदस्य को रिहा नहीं किया गया, तो वह उसके पायलट की हत्या कर देगा। आईएस की इस मांग पर जॉर्डन सरकार ने कहा था कि वह साजिदा अल-रिशवी को तब रिहा करेगी, जब आईएसआईएस उसके पायलट के जिंदा होने का सबूत दे। इसी शनिवार को ही आईएस ने जापानी पत्रकार केंजी गोतो का सिर कलम कर दिया था। केंजी गोतो की हत्या के बाद जॉर्डन ने अपने पायलट की रिहाई के लिए प्रयास तेज कर दिए थे और जॉर्डन ने कहा था कि वह अपने पायलट को रिहा कराने के लिए आईएस से समझौते को तैयार है, किंतु आईएस ने पायलट की निर्मम हत्या कर दी। ध्यान रहे कि जॉर्डन आईएस के खिलाफ अमरीकी अभियान का हिस्सा है और बहुत से लोगों ने इसमें जॉर्डन के शामिल होने का विरोध किया है। उनका कहना है कि जॉर्डन का यह कदम उसपर आतंकवादी हमलों का कारण बनेगा, इसके बावजूद जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला ने देशवासियों से एकता की अपील करते हुए कहा है कि यह आईएस की कायराना हरकत है, जबकि अमरीका ने कहा है कि पायलट की हत्या आईएस के खिलाफ लड़ाई में जॉर्डन के और अधिक शक्तिशाली बनने का कारण बनेगी।

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