अमित शर्मा
Wednesday 15 July 2015 10:27:35 AM
जम्मू। भारतीय सुरक्षा बलों का दावा है कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर से होते हुए भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश करते हुए मारा गया यह वही आतंकवादी है, जिसका आतंकवादी ग्रुप घात लगाकर भारतीय सैनिक हेमराज का सिर काट ले गया था और फुटबॉल की तरह ठोकरें मारकर पाकिस्तानियों को दिखा रहा था। कल भारतीय सेना ने इसे छलनी कर दिया। पाकिस्तान अब इस मुरदार के हश्र पर विलाप कर रहा है। जानकारी के अनुसार भारत-पाक सीमा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के समूह पर जब सेना कार्रवाई कर रही थी, उस वक्त ये ढेर हुआ। इसके पहले शनिवार की रात केरन सेक्टर में एलओसी पर घुसपैठ कर रहे तीन आतंकवादियों को सेना ने मार गिराया था। मारे गए इन आतंकवादियों के पास से 3 एके-47 रायफल, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, 12 मैगजीन और काफी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ।
सारा देश जानता है कि आठ जनवरी 2013 को पुंछ जिले के मेंढर इलाके में नियंत्रण रेखा पर दो जवानों का गला रेतकर हत्या की गई थी, मारा गया यह आतंकवादी उसी हत्यारे आतंकी ग्रुप का सदस्य था। इस आतंकवादी की पहचान मुहम्मद अनवर खान निवासी हजिरा गुलाम कश्मीर के रूप में हुई है, इसकी पुष्टि राजौरी पुंछ रेंज के डीआईजी एके अत्री ने की है। उन्होंने यह भी बताया कि अब बर्फ पिघल गई है, पाकिस्तानी आतंकवादी सीमा पर हमला करने और भारत की सीमा में दाखिल होने की फिराक में हैं। डीआईजी एके अत्री ने बताया कि पुंछ जिले की मेंढर तहसील के बलनोई सेक्टर में भारतीय सेना ने सीमा पार से घुसपैठ के बड़े प्रयास को नाकाम करते हुए इस आतंकवादी को मार गिराया, जबकि उसके तीन अन्य साथी भाग निकले। आतंकवादी मुहम्मद अनवर खान पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों को मिलाकर बनी बैट एक्शन टीम का सदस्य था और आठ जनवरी 2013 को मेंढर के कृष्णा घाटी सेक्टर में लांसनायक हेमराज व सुधाकर सिंह के सिर काटने वाली टीम में शामिल था।
अनवर खान के घर पर कई बार बैट की बैठक भी हो चुकी है, जिसमें कई आतंकवादी संगठनों के सदस्य शामिल होते रहे हैं। जानकारी के अनुसार सोमवार तड़के करीब चार बजे सेना के जवानों ने सीमा पर आतंकवादियों की हलचल देखकर उन्हें ललकारा, इसपर गोलीबारी शुरू हो गई। सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें मुहम्मद अनवर खान मारा गया। इसके कब्जे से एक एके 47 राइफल, दो मैगजीन, चालीस गोलियां, दो माइन, दो ग्रेनेड, एक रेडियो सेट, एक यूबीजीएल, भारतीय मुद्रा के दस हजार रुपए और पाकिस्तान के छह हजार आठ सौ रुपए के साथ अन्य खाने पीने का सामान भी बरामद हुआ है। पता चला है कि अनवर खान पिछले काफी समय से आतंकवादियों को सीमापार पहुंचाने के साथ-साथ सीमा पर कई आइईडी धमाके भी करवा चुका है।
भारतीय सेना के जवानों के सिर काटने की साजिश इस लश्कर कमांडर मोहम्मद अनवर के घर पीओके में रची गई थी। वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद के लश्कर का सक्रिय आतंकवादी था। खुफिया एजेंसियों ने बताया कि अनवर खान पीओके के बरोच गांव का रहने वाला था और वहां पर उसकी किराने की दुकान थी। बैट हमले से पहले वह एक गाइड था। अनवर खान के घर पर आईएसआई के कर्नल सद्दीकी, सूबेदार जावर खान, आजाद खान और अब्बासी की बैठक हुई। लश्कर-ए-तैयबा, हिज्ब और पाकिस्तानी सेना के लोग भी इसमें शामिल हुए। पीओके में बट्टर गांव के रहने वाले गाइड साबर खान ने मेंढर की कृष्णा घाटी की रैकी की और सूबेदार जावर खान के नेतृत्व वाली इस बैट टीम ने हमला कर दो जवानों के सिर काट दिए।
वारदात को अंजाम देने पर अनवर खान को लश्कर का कमांडर बना दिया गया। कर्नल सद्दीकी ने अनवर खान को हमला करने के लिए पांच लाख रुपए का इनाम दिया था। अनवर खान के ढेर होने से आईएसआई को तगड़ा झटका पहुंचा है। आईएसआई के कई अधिकारी मंगलवार को पीओके स्थित अनवर खान के घर शोक जताने पहुंचे। पिछले दो साल से अनवर खान आईएसआई और लश्कर के लिए काम कर रहा था। आईएसआई का सूबेदार जब्बर खान उस दल का नेता था। अनवर खान सैन्य पैमाइश का विशेषज्ञ था और उसे मास्टर कहा जाता था। वह पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम का लोकल गाइड था, उस टीम के साथ तीन गाइड थे और हेमराज की हत्या इसी अनवर खान ने की थी। वह 1996 में कृष्णा घाटी इलाके में एक कैप्टन का भी सिर काटने में शामिल था।