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Friday 8 January 2016 06:18:39 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय कैडेट कोर गणतंत्र दिवस शिविर 2016 में अपने रोमांचकारी और उत्साहित करने वाले शौर्य और वीरता के शानदार करतब दिखा रहे हैं। यह शिविर दिल्ली कैंट में गैरीसन परेड ग्राउंड के निकट चल रहा है। शिविर में देश के सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों की 17 एनसीसी निदेशालयों से 2069 कैडेट शामिल हैं, इनमें 695 लड़कियां भी हैं। यह शिविर 28 जनवरी 2016 को प्रधानमंत्री की रैली में समाप्त होगा। शिविर में भाग ले रहे कैडेट्स सांस्कृतिक कार्यक्रम, राष्ट्रीय एकता, जागृति तथा संस्थागत प्रशिक्षण स्पार्धाओं में शामिल हैं। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने राष्ट्रीय कैडेट कोर गणतंत्र दिवस शिविर 2016 का एनसीसी महानिदेशालय परिसर में उद्घाटन किया। एनसीसी महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अनिरुद्ध चक्रवर्ती ने उपराष्ट्रपति की अगवानी की। हामिद अंसारी ने युवकों और बच्चों से अधिक संख्या में एनसीसी में शामिल होने को कहा है।
उपराष्ट्रपति के शिविर में पहुंचने पर सेना, जलसेना तथा वायुसेना से आए एनसीसी कैडेटों की टुकड़ी ने उनको सम्मान गारद पेश किया। उपराष्ट्रपति फ्लैग एरिया में भी गए, जहां कैडेटों ने उन्हें अपने-अपने राज्यों के बारे में जानकारी दी। उपराष्ट्रपति ने फ्लैग एरिया में कैडेटों के दिखाए गए विभिन्न सामाजिक विषयों की सराहना की। उन्होंने राष्ट्रीय कैडेट कोर के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह युवाओं का वर्दीधारी संगठन है, जो राष्ट्र निर्माण में योगदान देता है। उन्होंने कहा कि एनसीसी हमारे युवाओं की सभी गतिविधियों का अग्रणी समूह है, जो अनेक गतिविधियों में युवाओं को सक्रिय बनाता है। उपराष्ट्रपति ने प्रभावशाली सम्मान गारद की सराहना की। उन्होंने एनसीसी कैडेटों से श्रेष्ठ प्रशिक्षण का लाभ उठाने तथा और अधिक दायित्वपूर्ण एवं देश के सशक्त नागरिक बनने का आग्रह किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अभिभावक अपने बच्चों को एनसीसी में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेंगे, क्योंकि एनसीसी की सार्थक गतिविधियों से बच्चों में उपलब्धि का भाव आता है।
हामिद अंसारी ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर हमारे युवा-‘कल के नेता’ को अनुशासित और देशभक्त नागरिक बनाता है। एनसीसी के 1948 में गठन के बाद से इसका मिशन छात्रों की अकादमिक गतिविधियों का पूरक बनना और युवाओं को संसाधन संपन्न, लचीला, उत्तरदायी तथा निष्ठावान नागरिक बनाना है। एनसीसी के समुद्री कैडेट नौका और गोताखोरी प्रशिक्षण पाते हैं, एनसीसी के वायु कैडेट उड़ान भरने तथा एयरोमॉडलिंग का प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। कैडेटों के पास पर्वतारोहण और ग्लाइडिंग पाठ्यक्रम में भी शामिल होने का विकल्प होता है। एनसीसी की वर्तमान उत्साहवर्धक गतिविधियां युवाओं में साहस की भावना भरने का काम करती हैं, इन गतिविधियों के दौरान कैडेट साहस, अनुशासन, विश्वास तथा अधिकारी के प्रति आदर जैसे मूल्य सीखते हैं। हामिद अंसारी ने कहा कि एनसीसी का सिद्धांत एकता और अनुशासन है और यह सिद्धांत युवाओं को आत्मविकास और अपनी क्षमता वृद्धि का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि एनसीसी चरित्र और नैतिक प्रकृति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है अंततः इससे राष्ट्र को गतिशीलता प्राप्त होती है। वर्तमान में भारत में एनसीसी कैडेटों की कुल संख्या 13,00,000 है।