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Sunday 24 January 2016 01:53:54 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 119वें जन्म दिवस पर गांधी भवन में कल्याणं करोति संस्था के कार्यक्रम में दिव्यांगों को सिलाई मशीन, ट्राई साईकिल, बैसाखी और सहायक उपकरण वितरित किए। कार्यक्रम में स्वामी रामभद्राचार्य, डॉ वीवी प्रताप, महंत अंजनीदास सहित बड़ी संख्या में दिव्यांगजन उपस्थित थे। राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में समाज से कहा कि वह दिव्यांगों को विज्ञान का लाभ देने का काम करे, विज्ञान की प्रगति से दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि नेताजी की जयंती पर यह संकल्प करें कि जिनको भगवान ने सब कुछ दिया है वे ऐसे लोगों की मदद करें जिन्हें जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि महात्मा गांधी, राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरुषों के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि नेताजी युग पुरूष हैं, लोगों को संगठित करना, सेना बनाना युग पुरूष ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने देश का इतिहास अपनी दृष्टि से लिखा है। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर ने 1857 की बगावत को स्वतंत्रता का पहला समर बताया है, जब देश आजाद हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वराज को शहीदों की अपेक्षा के अनुसार सुराज बनाएं। राम नाईक ने कहा कि महापुरूषों से प्रेरणा लेते हुए समाज के अंतिम पायदान पर खडे़ व्यक्ति को ऊपर उठाने का प्रयास करें। राज्यपाल ने कल्याणं करोति के सामाजिक कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्था की भावना बडे़ महत्व की है, वह समाज से लेकर समाज के जरूरतमंदों को देती है। इस अवसर पर स्वामी रामभद्राचार्य ने विचार व्यक्त करते हुए जगतगुरू रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय की उपलब्धियों एवं दिव्यांगजनों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी।