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Wednesday 24 February 2016 12:13:01 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के पुस्तकालय में भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2015 बैच के 181 प्रशिक्षु अधिकारियों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों से बातचीत करते हुए कहा कि वे निर्णय लेते समय निर्धनतम व्यक्ति के कल्याण से संबंधित महात्मा गांधी के मूल मंत्र को हमेशा ध्यान में रखें। उन्होंने कहा कि ध्यान देने योग्य बात है यह है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होने से पहले कई प्रशिक्षु अधिकारियों ने निजी क्षेत्र में कार्य किया था, जहां एक ओर पहले वे नौकरी करते थे, वहीं दूसरी ओर अब वे सेवा करने जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में प्रगति और कनेक्टिविटी के महत्व पर विशेष जोर देते हुए प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों से कहा कि अगर पूर्वोत्तर का विकास होगा तो पूरा देश आगे बढ़ेगा। एक सवाल के उत्तर में नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने पिछले चार दशकों में भारत की व्यापक यात्रा की है और एक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में प्राप्त हुए अनुभव से उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करने में मदद मिली है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विभाग राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिव संजय कोठारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।