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Wednesday 2 March 2016 01:06:07 AM
नई दिल्ली। ऊर्जा दक्षता सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने घरेलू कुशल प्रकाश कार्यक्रम (डीईएलपी) के तहत बजट के दिन नागरिकों के बीच करीब सात करोड़ एलईडी बल्बों का वितरण किया है। यह एलईडी बल्बों का रिकार्ड वितरण है। बिजली मंत्रालय के तहत काम करने वाली ऊर्जा दक्षता सर्विसेज लिमिटेड ने इस योजना को क्रियांवित किया है। इसने देश भर के 11 राज्यों में 2.3 करोड़ लोगों को गोद लिया हुआ है। ईईएसएल ने 19 दिन में एक करेाड़ से अधिक बल्बों का वितरण किया।
एलईडी बल्बों के सात करोड़ वितरण ने अधिकतम मांग के दौरान 2085 मेगावाट बिजली की मांग को रोकने और 2.4 करोड़ किलोवाट प्रतिदिन बिजली बचाने में सरकार की मदद की है। भारत ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने का वचन दिया है और इस योजना को पूरा करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। सरकार रिहायशी क्षेत्र में देशभर के 77 करोड़ बल्बों को मार्च 2019 तक एलईडी बल्बों में बदलने को समर्पित है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पहले छह करोड़ बल्बों का वितरण फरवरी माह में कर दिया गया था।
सरकार के इस लक्ष्य से 20 हजार मेगावाट बिजली के भार को कम होने की उम्मीद है। इससे सालाना 1000 लाख किलोवाट बिजली बचने का अनुमान है। इस समय डीईएलपी का यह कार्यक्रम राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, झारखंड और उत्तराखंड में पूरी तरह चल रहा है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि जल्दी ही राष्ट्रीय स्तर पर इस कार्यक्रम की शुरुआत केंद्र शासित प्रदेश दादर तथा नगर हवेली के अतिरिक्त गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा, ओडिशा और बिहार में की जाएगी।