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Thursday 10 March 2016 12:37:12 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भारतीय डाक सेवा, भारतीय दूरसंचार सेवा और पीएंडटी भवन कार्य सेवा के परिवीक्षकों ने भेंट की। राष्ट्रपति ने परिवीक्षकों से कहा कि भारत तेज डिजिटल केंद्र के रूप में उभर रहा है, श्रेष्ठ दूरसंचार तथा इंटरनेट सेवाएं प्रदान करना समय की आवश्यकता है। राष्ट्रपति ने कहा कि उदारीकरण के युग में डाक तथा दूरसंचार क्षेत्र के एक हिस्से के निजीकरण ने टेक्नोलॉजी तथा उपभोक्ताओं की वृद्धि में व्यापक परिवर्तन देखा है और स्पर्धी विश्व में बने रहने के लिए तेजी से बदल रही सूचना तथा संचार टेक्नोलॉजी के साथ चलना होगा। उन्होंने कहा कि भारत में पिछले दो दशकों में दूरसंचार क्रांति हुई है, मोबाइल फोन तथा तेज इंटरनेट नेटवर्क लांच किए जाने से भारत को व्यापक डिजिटल क्षमता का उपयोग करने में मदद मिली है।
राष्ट्रपति ने कहा कि डाक अकादमी तथा राष्ट्रीय दूरसंचार संस्थान आगामी चुनौतियों से निपटने के लायक परिवीक्षकों को बनाने के लिए आवश्यक तकनीकी तथा गैर-तकनीकी सुविधाएं दे रहे हैं, परिवीक्षकों को पेशेवर भाव से, पारदर्शिता के साथ, ईमानदारी से काम करना होगा, ताकि भारत के लोगों की आकांक्षाएं पूरी हो सकें। उल्लेखनीय है कि भारतीय डाक सेवा के परिवीक्षक अभी रफी अहमद किदवई राष्ट्रीय अकादमी गाजियाबाद में प्रशिक्षण ले रहे है। भारतीय दूरसंचार सेवा तथा पीएंडटी भवन कार्य सेवा के परिवीक्षक नीति शोध, नवाचार तथा प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय दूरसंचार संस्थान गाजियाबाद में प्रशिक्षण ले रहे हैं।