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Sunday 4 September 2016 04:37:50 AM
सिंगापुर/नई दिल्ली। भारत की 'एक्ट ईस्ट' नीति और भारतीय नौसेना के बढ़ते पदचिह्न और परिचालन पहुंच के तहत भारतीय नौसेना का जहाज सतपुड़ा दक्षिण चीन सागर और पश्चिमी प्रशांत के पूर्वी बेड़े की तैनाती हेतु चार दिन की यात्रा पर कल सिंगापुर पहुंचा। मालाबार-16 और आरआईएमपीएसी-16 अभ्यास में भाग लेने के बाद यह जहाज भारत के लिए रवाना हो जाएगा। इस यात्रा के दौरान भारतीय नौसेना का जहाज भारत और सिंगापुर की सेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने की दिशा में सिंगापुर नौसेना के साथ पेशेवर बातचीत भी करेगा। दोनों देशों के नौसेना के बीच संबंध प्रगाढ़ और मजबूत बनाने के लिए सरकार और सेना के वरिष्ठ अधिकारी खेल और सांस्कृतिक सहित अन्य मुद्दों पर भी बातचीत करेंगे।
सिंगापुर से वापस आने से पहले संचार के साथ खोज और बचाव प्रक्रियाओं में सूचनाओं के आदान-प्रदान को बढ़ाने के उद्देश्य से भारतीय नौसेना का जहाज सिंगापुर नौसेना के साथ समुद्र में अभ्यास भी करेगा। इस जहाज की कमान कमांडिंग अधिकारी कप्तान एएन प्रमोद के हाथों में है, जो भारतीय नौसेना के पेशेवर और बेहद प्रेरित टीम के साथ काम कर रहे हैं। भारत और सिंगापुर के बीच दोस्ती के द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती पिछले दो सदियों से है, जो सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक संबंधों के आधार पर और मजबूत हुई है। आज के समय में भारत-सिंगापुर के रिश्ते का मुख्य आधार आर्थिक, सांस्कृतिक और रक्षा संबंधों में मजबूती है। सिंगापुर विश्वस्तर पर भारत का 10 वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और आसियान (2014) में दूसरा, जो आसियान के साथ भारत के कुल व्यापार का लगभग 26% है।