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Thursday 9 March 2017 11:58:51 PM
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच परमाणु कार्यक्रम के विकास और विस्तार पर गहन विचार-विमर्श चल रहा है। भारत के दौरे पर आए ऑस्ट्रेलिया के संसाधन मंत्री मैथ्यू कैनावन ने केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री, पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह से भेंट की और आपसी हित से जुड़े अनेक मुद्दों विशेषकर परमाणु कार्यक्रम के विकास एवं विस्तार से जुड़े मामलों पर विचार-विमर्श किया। डॉ जितेंद्र सिंह के साथ बैठक के दौरान ऑस्ट्रेलिया के मंत्री की सहायता एक विशेषज्ञ प्रतिनिधिमंडल ने की, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई सरकार के संसाधन मंत्रालय में चीफ ऑफ स्टाफ जेम्स मार्टिन और ऑस्ट्रेलिया के संसाधन मंत्रालय में वरिष्ठ सलाहकार पॉल ट्रॉटमैन शामिल थे। इस अवसर पर ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त हरिंदर सिद्धू भी उपस्थित थीं।
पीएमओ राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने भारत-ऑस्ट्रेलिया असैन्य परमाणु सहयोग समझौते के क्रियांवयन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई प्रगति से जुड़ी जानकारियों को ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्ष के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि इससे परमाणु कार्यक्रम के विस्तारीकरण को और बढ़ावा मिलेगा तथा यह दोनों ही देशों के पारस्परिक हित में होगा। मैथ्यू कैनावन ने ऑस्ट्रेलिया में विश्वसनीय परमाणु कार्यक्रम शुरू करने से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार अपने परमाणु कार्यक्रम का विस्तार करने की इच्छुक है। इसके साथ ही उन्होंने विश्वसनीय यूरेनियम आपूर्ति से जुड़ी ऑस्ट्रेलियाई क्षमता का भी उल्लेख किया। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी सरकार में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच परमाणु कार्यक्रम जैसे संवेदनशील मुद्दे पर काफी सकारात्मक बात हुई है, जबकि यूपीए सरकार में यह मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ था और ऑस्ट्रेलिया को भारत के ऐसे हितों की कोई परवाह नहीं थी।