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Friday 10 March 2017 10:17:22 PM
नई दिल्ली। टोयोटा अध्यक्ष आकियो टोयोडा और सुजूकी के अध्यक्ष ओ सुजूकी ने कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान दोनों में टोयोटा-सुजूकी के बीच व्यापारिक साझेदारी और भविष्य के प्रौद्योगिकीय विकास के मुद्दे पर बातचीत हुई। इस साझेदारी से प्रौद्योगिकी और विनिर्माण के क्षेत्र में टोयोटा के वैश्विक नेतृत्व और विशेषकर भारत में छोटी कारों के उत्पादन में सुजूकी की ताकत के एक साथ आ जाने की संभावना है, इससे नई प्रौद्योगिकी के विकास में भारत के सक्षम हो जाने की संभावना है। इन प्रौद्योगिकीयों के लिए अब अत्याधिक मात्रा में आवश्यक पुर्जों का भारत में ही निर्माण हो सकेगा। इस प्रकार यह साझेदारी ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने के साथ ही रोज़गार सृजन में बड़ा योगदान करेगी। इसके परिणामस्वरूप भारत से नई प्रौद्योगिकी आधारित कारों के निर्यात की संभावना बढ़ेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के कार्यक्रम के लिए यह मुलाकात और साझेदारी मील का पत्थर साबित होने जा रही है। भारत की यह दुश्वारी रही है कि ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में उसके विदेशी कंपनियों से गठजोड़ में तकनीकी कलपुर्जों का भारत में ही निर्माण करना शामिल नहीं रहा है। भारत को इन कारों के पुर्जों के लिए संबंधित कंपनियों का मुहताज रहना पड़ा है। भारत के साथ ऐसे जितने भी समझौते हुए हैं, उनमें अधिकांश में भारत को तकनीक हस्तांतरित नहीं की गई। इस कारण भारत को बड़े आर्थिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन समझौतों में इस बात पर विशेष दबाव बनाया है कि भारत को उत्पादन के साथ उसकी तकनीक भी दी जाए। प्रधानमंत्री के इन प्रयासों का असर दिखने लगा है और टोयोटा-सुजूकी के बीच व्यापारिक साझेदारी में इसे लागू किया जाएगा। मेक इन इंडिया कार्यक्रम की यह सफलता निश्चित रूपसे भारत में रोज़गार के अवसरों का सृजन करेगी।