स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Sunday 12 March 2017 04:33:28 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में स्वाजीलैंड के नरेश मस्वाती-तृतीय का स्वागत किया और उनके सम्मान में दोपहर भोज का आयोजन किया। स्वाजीलैंड के नरेश का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने अपनी उस बैठक को भी याद किया, जब अक्टूबर 2015 को भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के स्वाजीलैंड के नरेश ने भारत का दौरा किया था। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और स्वाजीलैंड के पारंपरिक रूपसे दोस्ताना और मधुर संबंध हैं, भारत स्वाजीलैंड के साथ दोस्ती को महत्व देता है। उन्होंने कहा कि बहुपक्षीय मंचों पर लगातार भारत का समर्थन करने के लिए भारत, स्वाजीलैंड की सराहना करता है। उन्होंने कहा कि भारत छात्रवृत्ति और क्षमता-निर्माण के माध्यम से अपने विकास में स्वाजीलैंड के सहयोग से खुश है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि रॉयल साइंस और टेक्नोलॉजी पार्क का कार्य अब लगभग पूरा हो चुका है, यह विकास के प्रति स्वाजीलैंड नरेश की प्रतिबद्धता और प्रगतिशील सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मक्के की उत्पादकता बढ़ाने की एक अन्य सहयोगी परियोजना के भी बहुत अच्छे परिणाम रहे हैं, संभावित रूपसे यह परियोजना स्वाजीलैंड को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने स्वाजीलैंड को एक बड़ा बाजार, सस्ती टेक्नोलॉजी और वित्तीय सहायता मुहैया कराई है। उन्होंने नरेश से स्वाजीलैंड के हित के क्षेत्रों में भारतीय निवेश को आकर्षित करने के लिए एक माहौल तैयार करने का आह्वान किया। राष्ट्रपति ने उन्हें यह आश्वासन भी दिया कि भारत को स्वाजीलैंड की मदद करने में खुशी होगी। राष्ट्रपति की भावनाओं को स्वीकार करते हुए, स्वाजीलैंड के नरेश मस्वाती ने कहा कि भारत की विशेषज्ञता अफ्रीका के देशों के लिए बहुत ही मूल्यवान है और वे इसके हस्तांतरण करने की इच्छा के लिए भारत के आभारी हैं।