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Monday 25 June 2018 02:12:10 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री डॉ लालजी प्रसाद निर्मल के साथ बाल्मीकि समाज के दो दर्जन से अधिक जनपदीय प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। मुलाकात में मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि हाथ से मैला उठाने की प्रथा को जिन परिवारों ने छोड़ दिया है, उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी में सेवायोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इनके सही आंकड़े जुटाने के लिए डॉ लालजी प्रसाद निर्मल को जिम्मेदारी दी है। गौरतलब है कि पूरे उत्तर प्रदेश में अभी भी हजारों परिवार हाथ से मैला उठाने का कार्य कर रहे हैं और आंबेडकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ लालजी प्रसाद निर्मल इस मुद्दे को काफी समय से उठाते आ रहे हैं। ऐसे ही मुद्दों पर रविवार को मुख्यमंत्री के आमंत्रण पर दो दर्जन से अधिक प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा है कि पूरे प्रदेश के बाल्मीकि मंदिरों का सुदृढ़ीकरण एवं सौंदर्यकरण कराया जाएगा, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत प्राथमिकता के तहत बाल्मीकि समाज के लोगों को शहरी और ग्रामीण इलाके में आवास एवं शौचालय दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने उनसे यह भी कहा है कि बाल्मीकि समाज के लोग बच्चों को स्कूल भेजें, यदि किसी तरह की कठिनाई होगी तो उनके लिए पठन-पाठन की पूरी व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया कि वर्ष 2015-16 में अनुसूचित जाति-जनजाति के सिर्फ 14 लाख बच्चों को छात्रवृत्ति एवं प्रतिपूर्ति दी जाती थी, भाजपा सरकार ने इसे बढ़ाकर 21 लाख कर दिया है और इसे दो लाख और बढ़ाकर 23 लाख किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि उत्तर प्रदेश के श्रम कार्यालयों में बाल्मीकि समाज प्रत्येक श्रमिक का पंजीकरण कराए एवं असुविधा होने पर मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चार सूत्री मांगपत्र भी सौंपा गया। इसमें प्रत्येक शहर के नगर निगम में व्यवसाय करने हेतु दुकान आवंटित करते हुए टी स्टॉल, सरकारी स्तर पर भीम भोजनालय 15 रुपए प्रति थाली के मूल्य पर सुलभ कराई जाए, जिसका प्रबंधन बाल्मीकि एवं समकक्ष समाज को दिया जाए। हाथ से मैला उठाने के पेशेवर कार्य से जो परिवार मुक्त हुए हैं, उन परिवारों के एक-एक व्यक्ति को आउट सोर्सिंग की नौकरियों में स्थापित किया जाए। बाल्मीकि समाज में व्यापक शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु बिहार राज्य की तर्ज पर इनकी बस्तियों में सांध्यकालीन कक्षाएं चलाने हेतु टोली, शिक्षा नायक की नियुक्ति की जाए। हाथ से मैला उठाने की प्रथा पर एक वर्ष की अवधि के भीतर पूर्णतः रोक लगा दी जाए। मुख्यमंत्री से मिलने वालों में राजेश कुमार विद्यार्थी, राजू प्रधान, अरविंद लाल, मोना भारती, अमित तिसावर, चंदन रावत, प्रेम सुधा, डॉ कौलेश्वर प्रियदर्शी, पीएल भारती, बृजेश कुमार बाल्मीकि, विक्रम सुमन, सुबोध कुमार, भग्गूलाल बाल्मीकि, योगेंद्र कुमार परिहार, मुरारी लाल भाष्कर, करन संतोषी, विजय कुमार, ऋषि कुमार, राजेश कुमार, विशाल बाल्मीकि और अनिल कुमार शामिल थे।