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Thursday 2 August 2018 01:06:38 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शास्त्री भवन में 10 अगस्त को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होने वाली ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ समिट की तैयारियों की समीक्षा की। इस समिट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय और राज्य सरकार के मंत्री, उद्यमी शामिल होंगे। समिट में राज्य सरकार और अमेजन, एनएसई बीएसई आदि के मध्य एमओयू का आदान-प्रदान किया जाएगा। समिट में ओडीओपी योजनाओं, ओडीओपी वेबसाइट तथा टोल फ्री कॉल सेंटर का शुभारंभ भी किया जाएगा, कॉफी टेबल बुक का विमोचन होगा, प्रदेश के 75 जनपदों के ओडीओपी लाभार्थियों को चेक दिया जाएगा और डिजाइन वर्कशॉप के प्रतिभागियों को चेक एवं टूल किट का वितरण किया जाएगा। समिट के दौरान एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग, क्राफ्ट एंड टूरिज्म, हैंडलूम एंड टेक्सटाइल्स तथा क्रेडिट एंड फाइनेंस के चार सेशन भी आयोजित होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ समिट के लिए पूरी तैयारी पुख्ता एवं समयबद्ध ढंग से किए जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि सम्बंधित विभाग प्राथमिकता देकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि यह समिट उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के लोकप्रिय पारम्परिक उत्पादों के प्रदर्शन का अवसर है साथ ही यह इस प्रदेश की कलाओं और हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहन देने, राज्य की छवि को उभारने और निखारने का प्रतिष्ठित आयोजन है। उन्होंने समिट के सफल आयोजन के लिए मीडिया प्लान बनाकर समुचित प्रचार-प्रसार किए जाने, ओडीओपी की ब्रांडिंग करने तथा मीडिया प्रमोशन किए जाने के निर्देश दिए। योगी आदित्यनाथ ने समिट में प्रतिभाग करने वाले चिन्ह्ति अति विशिष्ट महानुभावों को सुविधाएं उपलब्ध कराने, उनके परिवहन के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल कार्यों का सफल संचालन एवं समन्वय सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समिट के दौरान आयोजित ‘ओडीओपी’ प्रदर्शनी को आम जनता के साथ-साथ स्कूली बच्चों के प्रतिभाग की आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूरे लखनऊ शहर का सौंदर्यीकरण एवं साफ-सफाई की व्यवस्था भी की जाए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल तक आने-जाने के रूट्स पर ट्रैफिक के सुचारु प्रबंधन के निर्देश देते हुए कहा कि आवागमन के दौरान किसी को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने समिट के सभी 75 जनपदों में सजीव प्रसारण की सुचारु व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह समिट उत्तर प्रदेश के विकास और लोगों को रोज़गार उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ समिट के सम्बंध में दिए गए प्रस्तुतिकरण को देखा और आवश्यक सुझाव व दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पारम्परिक शिल्प एवं लघु उद्यमों में अधिक से अधिक व्यक्तियों को रोज़गार प्रदान करने और उनकी आय में वृद्धि के लिए ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ योजना आरम्भ की है।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के विशिष्ट उत्पादों की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग के साथ-साथ उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार, तकनीकी उन्नयन, कारीगरों एवं हस्तशिल्पियों का कौशल विकास किए जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण अवस्थापना सुविधाओं का विकास सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडीओपी योजना में सभी आवश्यक सुविधाएं शिल्पियों और कारीगरों को उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि जैसे धातु शिल्प कार्यों के लिए मुरादाबाद, इत्र के लिए कन्नौज, बांसुरी के लिए पीलीभीत, कांच उद्योग के लिए फिरोजाबाद जनपद विश्वविख्यात है, ऐसे में सबका दायित्व है कि विभिन्न जनपदों के उत्पादों को उत्कर्ष तक पहुंचाने के लिए इन उद्योगों एवं व्यवसायों से जुड़े उद्यमियों एवं कारीगरों, वर्करों को विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उद्यमी, कारीगर एवं वर्कर आधुनिकता को दृष्टिगत रखते हुए उत्पादों में गुणात्मक सुधार लाएं तो निश्चित ही जनपदों और प्रदेश का चहुंमुखी विकास होगा और रोज़गार के नए अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने ओडीओपी योजना को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टैंड-अप इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया के साथ जोड़कर विकसित किए जाने की बात कही। समीक्षा बैठक के दौरान औद्योगिक एवं अवस्थापना विकास आयुक्त और मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडेय ने मुख्यमंत्री को समिट से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन सचिव भुवनेश कुमार ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ समिट की तैयारियों के सम्बंध में अवगत कराया। इस अवसर पर सचिव मुख्यमंत्री मृत्युंजय कुमार नारायण, ओडीओपी समिट और योजना से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।