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Thursday 2 August 2018 01:39:50 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में बौद्ध संस्कृति, भाषा एवं साहित्य संकाय की स्थापना करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि संकाय को इंटरनेशनल बुद्धिस्ट सेंटर के रूपमें विकसित किया जाए। संकाय में हिंदुइज़्म, जैनिज़्म, प्राच्य भाषा और विदेशी भाषा के अध्ययन और शोध के केंद्र भी स्थापित किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्राच्य भाषा केंद्र के अंतर्गत संस्कृत, पालि, प्राकृत, अपभ्रंश, नेपाली तथा विदेशी भाषा के अंतर्गत तिब्बती, सिंहली, जापानी, थाई एवं कोरियाई भाषा व साहित्य का अध्ययन एवं शोध का सुव्यवस्थित प्रबंध किया जाए और वहां सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यालय शास्त्री भवन में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु को और ज्यादा विकसित किए जाने के सम्बंध में आहूत बैठक में कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार महात्मा बुद्ध की परम्परा से समृद्ध राज्य हैं बुद्ध के जीवन की अधिकतर घटनाएं यहीं पर घटित हुई थीं, इसलिए यहां पर बौद्ध संस्कृति, साहित्य एवं भाषा के अध्ययन से सम्बंधित केंद्र विकसित किए जाने चाहिएं, जिससे लोगों को महात्मा बुद्ध के जन्म, जीवन, उनके ज्ञान की गतिविधियों तथा बौद्ध दर्शन के सम्बंध में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बौद्ध संस्कृति, साहित्य एवं भाषा अध्ययन केंद्रों के संचालन के लिए ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति की जाए, जिन्हें इन विषयों का विशेष ज्ञान हो, साथ ही उन्होंने सम्बंधित विषयों में विशेष कार्य भी किया हो। उन्होंने कहा कि अध्ययन एवं शोध के लिए आने वाले सभी देशी-विदेशी छात्र-छात्राओं को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं, संकाय में विद्वानों और विद्यार्थियों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश में महात्मा बुद्ध से सम्बंधित स्थलों पर सेमिनार आयोजित किए जाएं, आवश्यकतानुसार नेपाल तथा देश और प्रदेश की राजधानी में भी सेमिनार आयोजित किए जाएं।
मुख्यमंत्री के साथ समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह, मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडेय, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा संजय अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव वित्त संजीव मित्तल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र दुबे और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।