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Sunday 18 November 2018 10:19:13 PM
लखनऊ। लखीमपुर खीरी के रहने वाले युवा कलाकार एमआर अमन सिंह गुलाटी को कला के पंख में उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर केन्याई राष्ट्रपति के साथ नैरोबी में सिख समाज का सिख पीपल च्वाइस अवार्ड मिला है, जिसे उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने भी प्रशंसित किया है। यह अवार्ड अन्य नौ श्रेणियों में भी बांटा गया है, जिसमें सिख इन सेवा का खिताब सिख इन अमेरिका संस्था ट्रम्प के फाउंडर जसदीप सिंह जस्सी अमेरिका को और सिख इन एंटरटेनमेंट अवार्ड सतपाल सिंह सभरवाल भारत मिला है। इस बार सिख स्पेशल रिकॉग्निशन अवार्ड केन्या के राष्ट्रपति उहुरू केनियाटा को दिया गया है।
अवार्ड कार्यक्रम की मुख्य बात यह थी कि सबसे कम उम्र के भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के लखीमपुर जनपद के रहने वाले युवा अमन सिंह गुलाटी को यह अवार्ड मिला। केन्या से भारत लौटे अमन सिंह गुलाटी ने बताया कि उनकी इस उपलब्धि में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक के बताए सफलता के चार मूल मंत्रों का बहुत बड़ा योगदान है। अमन गुलाटी ने अपनी इस उपलब्धि कोवाहे गुरू, राज्यपाल राम नाईक, माता-पिता और दादी को समर्पित किया है। अमन गुलाटी ने सिख इन अमेरिका संस्था के डायरेक्टर और कई अमेरिकी पंजाबी अख़बारों के संपादक डॉ सुरिंदर सिंह गिल का भी धन्यवाद दिया है, जिन्होंने अमन गुलाटी को यह अवार्ड प्राप्त करने के लिए स्पांसर किया।
अमन सिंह गुलाटी ने बताया कि पिछले वर्षों में यह अवार्ड कई देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी प्राप्त कर चुके हैं। अमन गुलाटी ने अपने शहर, प्रदेश और देश की मीडिया को भी धन्यवाद दिया है। लखीमपुर खीरी में 11 अक्टूबर 2000 को पैदा हुए अमन गुलाटी ने कहा है कि शहर प्रदेश और देश के मीडिया के बिना उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर यह पहचान मिलना मुश्किल ही नहीं, बल्कि नामुमकिन थी। अमन गुलाटी को यह ग्लोबल सिख अवॉर्ड प्राप्त करने के लिए खूब बधाइयां मिल रही हैं। गौरतलब है कि भारतीय मूल के सिख समाज का अमरीका, ब्रिटेन, कनाडा और यूरोप के कई प्रांतों में हरएक क्षेत्र में व्यापक प्रभाव है और वे वहां की सरकारों में भी बड़े पदों पर स्थापित हैं।