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Monday 10 December 2018 01:09:29 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जनपद गाजीपुर के लखनऊ में प्रवास करने वाले लगभग 4000 से ज्यादा लोगों ने लखनऊ में गाजीपुर समागम में शिरकत की। यह कार्यक्रम सिटी मॉंटेसरी स्कूल लखनऊ के प्रेक्षागृह में हुआ, जिसमें गाजीपुर के सांसद और भारत सरकार में रेल एवं संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा मुख्य अतिथि के रूपमें पधारे। गौरतलब है कि गाजीपुर समागम की शुरुआत सबसे पहले मुम्बई में हुई थी, जिसमें गाजीपुर मूल के निवासियों ने गाजीपुर के विकास के चेहरे के रूपमें विख्यात हुए मनोज सिन्हा का सम्मान किया था, जिसके पश्चात सूरत और अब लखनऊ में गाजीपुर समागम हुआ और इसमें भी मनोज सिन्हा ने मुख्य अतिथि के रूपमें शिरकत की।
गाजीपुर के विकास और गाजीपुर की माटी के सम्मान की अनुगूंज के साथ मुख्य अतिथि मनोज सिन्हा ने कहा कि 2014 में इस देश में जो परिवर्तन हुआ वो महज एक राजनैतिक परिवर्तन नहीं था, बल्कि व्यवस्था और सामाजिक परिवर्तन भी था। उन्होंने कहा कि मैंने गाजीपुर में अमित शाहजी से कहा था कि मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता, लेकिन उन्होंने कहा कि गाजीपुर से आपही को चुनाव लड़ना है, इसलिए मैं चुनाव लड़ा और गाजीपुर ने भाजपा को जिता दिया। उन्होंने कहा कि यह यूपी का सौभाग्य है कि मोदीजी काशी से चुनाव लडे़, उनका गुजरात में जीत का अंतर ज्यादा था, तथापि उन्होंने बनारस को चुना। मनोज सिन्हा ने कहा कि पूर्वांचल पहले से ही काफी पिछड़ा रहा है, जिसमें गाजीपुर तो और भी ज्यादा पिछड़ा था, भारत सरकार ने पूर्वांचल के विकास में पहले कोई योगदान नहीं दिया और गाजीपुर में कोई विकास नहीं हुआ, लेकिन आज गाजीपुर पूर्वांचल के विकास के केंद्र में है।
केंद्रीय राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने उल्लेख किया कि गोरखपुर में एम्स का शिलान्यास किया गया, गोरखपुर में यूरिया उत्पादित होगी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के खेत लहलहाएंगे, पांच माह पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीप्रकाश जावड़ेकर बनारस गए थे, जहां मोदी सरकार बीएचयू में एम्स जैसा संस्थान कायम करने का काम कर रही है, इस संस्थान में एम्स से 100 बेड ज्यादा ही होंगे। उन्होंने कहा कि काशी में रेलवे का कैंसर इंस्टीट्यूट बनकर तैयार है, जो देश के चुनिंदा संस्थानों में से एक है। उन्होंने बताया कि काशी में लंका से डीएलडब्ल्यू के बीच भारत सरकार का एक और कैंसर इंस्टीट्यूट बन रहा है, पूरे पूर्वांचल में विकास को गति देने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर से इलाहाबाद तक एक भी रेलखंड ऐसा नहीं है, जिसका दोहरीकरण न हुआ हो, कैंट से मडुआडीह का भी दोहरीकरण शीघ्र पूरा हो जाएगा, छपरा से बलिया दोहरीकरण का कार्य पूरा होने जा रहा है।
मनोज सिन्हा ने कहा कि देश में हमारे बाद की पीढ़ी के लिए जो नेक्स्ट जेनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है, उसका श्रेय भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। मनोज सिन्हा ने कहा कि 2022 में 320 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से रेल चलेगी और जो कॉरिडोर अहमदाबाद से बन रहा है उसके लिए 3 ट्रेन आ गई हैं। उन्होंने कहा कि 2019 में देश का कोई गाँव ऐसा नहीं होगा जहां हाईस्पीड ब्रॉडबैंड न हो। उन्होंने कहा कि गाजीपुर से रेलगाड़ी चलेगी ऐसा मैं खुद भी नहीं सोच सकता था, लेकिन अब दिल्ली, कलकत्ता, वैष्णो देवी कहीं भी जाना है तो गाजीपुर से जा सकते हैं, मेमो और डेमो सर्विस का रखरखाव भी जल्द ही शुरू हो जाएगा, टावर वैगन 600 हैं एवं और भी बनने जा रहे हैं, गाजीपुर में वर्कशॉप भी बनेगी। मनोज सिन्हा ने पूर्वांचल और गाजीपुर में विकास की इस श्रृंखला के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
गाजीपुर समागम कार्यक्रम की शुरुआत प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ एके श्रीवास्तव ने की। उन्होंने कहा कि वह अपनी मिट्टी से प्रेम के कारण ही अमेरिका से नौकरी छोड़कर भारत लौटे और संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में सहायक प्रोफेसर के तौरपर अपनी सेवाएं दीं। डॉ एके श्रीवास्तव आज लखनऊ में डिवाइन हॉस्पिटल के संस्थापक हैं। गाजीपुर समागम कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार अच्युतानंद मिश्र ने की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से पूर्वांचल के विकास में जिस प्रकार की प्रगति हुई है, वह पूरे देश के लिए एक उदाहरण है, गाजीपुर पूर्वांचल के नक्शे पर विकास का केंद्र बना है। अच्युतानंद मिश्र ने इस आयोजन के लिए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय राय, वैभव सिंह, आशुतोष राय, अजीत सिंह को बधाई दी। गाजीपुर समागम में उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी, स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री स्वाति सिंह, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह, भाजपा प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर, प्रशांत राठौर, नवीन श्रीवास्तव, अभय सिंह, सौरभ मारूदिया, अंकित चंदेल मुख्य रूपसे उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संघ के पूर्व प्रचारक अजीत सिंह ने किया।