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Thursday 13 December 2018 02:30:34 PM
लखनऊ। नगरनिगम लखनऊ की महापौर एवं पार्षदों के एक वर्ष पूरे होने पर नगरनिगम के त्रिलोकनाथ हाल में एक कार्यक्रम हुआ, जिसमें राज्यपाल राम नाईक, उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, महिला कल्याण एवं पर्यटन मंत्री डॉ रीता बहुगुणा जोशी, राज्यमंत्री ग्रामीण विकास डॉ महेंद्र सिंह, राज्यमंत्री नगरविकास गिरीशचंद्र यादव, महापौर डॉ संयुक्ता भाटिया, पूर्व महापौर दाऊजी गुप्ता, पार्षद, पूर्व पार्षद और विशिष्टजन शामिल हुए। राज्यपाल ने इस अवसर पर नगरनिगम की ‘विकास स्मारिका-2018’ का विमोचन किया और लखनऊ नगरनिगम क्षेत्र के स्वनामधन्य विभूतियों का अभिनंदन स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र देकर किया। राज्यपाल ने कहा कि लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी के साथ-साथ एक सांस्कृतिक नगरी भी है। उन्होंने कहा कि लखनऊ शहर अधिक अच्छा बने इसके लिए यहां स्मार्ट सिटी, स्वच्छता अभियान और शौचालय निर्माण जैसे विकास कार्यक्रमों को सफल बनाने की आवश्यकता है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि जिस प्रकार एक निर्वाचित सांसद को अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए सांसद निधि मिलती है, उसी प्रकार मुंबई के नगरनिगम के पार्षदों को अपने क्षेत्र के विकास के लिए 1 करोड़ 60 लाख रुपये वार्षिक निधि का प्राविधान है तथा मानधन के अंतर्गत प्रत्येक पार्षद को 26 हजार 7 सौ रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि उसी प्रकार यहां भी पार्षदों के लिए निधि पर विचार करने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि केंद्र एवं राज्य सरकार से लखनऊ नगरनिगम को मिलने वाली धनराशि के लिए वे पूर्व की तरह सेतु की भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधि को यह समझना चाहिए कि वह अपने क्षेत्र का प्रतिनिधि है, चाहे उसे वहां से वोट मिला हो या न मिला हो, ऐसी सोच विकसित होगी तो यह जनतंत्र के लिए एक अच्छी शुरूआत होगी। राज्यपाल ने नगरनिगम की एक साल की कार्रवाई जारी करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जिन लोगों ने अपना जनप्रतिनिधि चुनकर भेजा है, उन्हें यह जानकारी मिलनी चाहिए कि उनके प्रतिनिधि ने गत एक वर्ष में क्या काम किया है।
राज्यपाल राम नाईक ने बताया कि वर्ष 1978 से 2018 यानि विधायक से लेकर राज्यपाल के दायित्व निभाने तक हर साल वे अपने वार्षिक कार्यवृत अलग-अलग शीर्षक से 40 साल से प्रतिउत्तर के रूपमें प्रकाशित करते हैं। उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि लखनऊ नगरनिगम से उनका 11 वर्ष का भावनात्मक जुड़ाव है, लखनऊ नगरनिगम श्रेष्ठतम नगरनिगम बने। उन्होंने कहा कि नगरनिगम स्वालम्बी कैसे हो इसपर भी विचार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वे नगरनिगम के अधिकार और ज्यादा बढ़ाने के पक्षधर हैं। महापौर डॉ संयुक्ता भाटिया ने नगरनिगम लखनऊ के एक वर्ष में किए गए कार्यों की जानकारी दी।