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Wednesday 2 January 2019 01:27:13 PM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने नववर्ष पर राज्यपाल सचिवालय में ई-आफिस का शुभारम्भ किया, जिसकी शुरूआत एनआईसी के सहयोग से की गई है। राज्यपाल ने राजभवन में ई-आफिस कार्यप्रणाली का शुभारंभ करते हुए कहा कि शासकीय कार्यपद्धति में टेक्नोलॉजी के प्रयोग से बहुत परिवर्तन हुआ है और यह परिवर्तन स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि ई-आफिस से कार्यपद्धति में सुधार होने से जहां पारदर्शिता आएगी तो वहीं जिम्मेदारी भी तय होगी कि कौन सी पत्रावली किसके पास और कबतक लम्बित रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सचिवालय में यह व्यवस्था पहले से लागू है पर राजभवन में नए वर्ष में शुरूआत हो रही है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि कम्प्यूटर के क्षेत्र में उनका ज्ञान सीमित है, लेकिन मैं ई-आफिस कार्यप्रणाली को सीखूंगा, ई-आफिस कार्यप्रणाली मेरे लिए एक अतिरिक्त योग्यता की तरह होगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में कम्प्यूटर के उपयोग का लोग विरोध करते थे, उनका मानना था कि इससे मनुष्य की उपयोगिता कम होगी, किंतु आज लोग कम्प्यूटर एवं मोबाइल के माध्यम से ही टिकट बुकिंग, खरीदारी आदि कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ई-आफिस के माध्यम से समय और अनावश्यक कागज के प्रयोग से राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि ई-सिस्टम का अधिक से अधिक प्रयोग होना चाहिए।
अपर मुख्य सचिव हेमंत राव भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि ई-आफिस से पारदर्शिता एवं कम समय में काम किया जा सकता है, यह एक पर्यावरण के अनुकूल और जनता के प्रति जवाबदेही तय करने का अच्छा तरीका है। उन्होंने कहा कि इससे नई कार्यसंस्कृति विकसित होगी, जो जनहित में उपयोगी साबित होगी। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन विशेष कार्याधिकारी आईटी सुदीप बनर्जी ने दिया और धन्यवाद ज्ञापन विशेष सचिव डॉ अशोक चंद्र ने किया।