स्वतंत्र भार्गव
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि विदेशी समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में मैनेज करके मुख्यमंत्री मायावती को देश की सबसे बडी नेता के रूप में छपवाया जा रहा है। एक अमेरीकी पत्रिका न्यूज वीक इसका ज्वलंत उदाहरण है, जिसमें मायावती को संघर्ष से प्रगति करने वाली दुनिया की आठ शीर्ष शक्तिशाली महिलाओं में शामिल होना छपवाया गया। सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी का कहना है कि यह सब प्रायोजित है। सच्चाई तो यह है कि इन पत्रिकाओं को मायावती के बारे में अभी कुछ भी मालूम नहीं है, पत्रिकाओं को नहीं मालूम कि मायावती केवल एक राजनैतिक दुर्घटना की देन है और आज वह कितनी बेशर्मी से जनविरोधी ओर गले तक भ्रष्टाचार में डूब कर जनता के पैसे का दुरूपयोग करने वाले काम कर रही है।
सपा मुख्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में राजेन्द्र चौधरी ने ऐसे लेखों के प्रायोजन की जांच की मांग की है। उनका कहना है कि मायावती का एक न्यूजवीक पत्रिका में लेख लिखना ही पत्रिका के कथन का असली सच्चाई का खुलासा कर देता है। राजेन्द्र चौधरी का बार-बार कहना है कि न्यूज वीक सहित जो पत्र पत्रिकाएं छाप रही हैं, वह साफतौर से प्रायोजित है और इसे एक तरह से मैनेज किया गया है जिसकी जांच होनी चाहिए। उन्होने कहा कि कुछ समय पहले एक विदेशी पत्रिका न्यूजवीक ने जिस प्रकार से मायावती के संघर्षशील राजनैतिक जीवन की सफलता के बारे में जो लिखा है, उससे लगभग वे सभी अप्रवासी भारतीय भी हैरत में होंगे जो मायावती की कार्यशैली को थोडा भी जानते हैं।
उनका कहना है कि मायावती का कोई भी राजनीतिक संघर्ष का इतिहास नहीं है और ना ही उनका दूसरी महान भारतीय नारियों की तरह देश के लिए त्याग और किसी भी प्रकार का कोई योगदान है। उनका इतिहास जातीय नफरत पैदा करके अवसरवादी गठजोड खडे करने का और शासन में रहकर घोर भ्रष्टाचार से धन अर्जित करने का जरूर रहा है। इसलिए ऐसे लेखों का विश्लेषण पढने से लगता है कि यह पत्रिकायें मायावती के संघर्ष और कार्यशैली के बारे में कुछ भी नहीं जानती हैं। इन पत्रिकाओं को अगर यह मालूम नहीं है कि मायावती ने मुख्यमंत्री आवास को षडयंत्र रचने और ठेकेदारों का अड्डा बना दिया गया है, वे किस तरह सरकारी बंगलों को तोडकर उनमें स्मारक बनाने के नाम पर भ्रष्टाचार में लीन है या वह किस प्रकार दुर्भावना से शासन कर रही हैं तो उन्हें क्या मालूम है? ये पत्रिकायें बताएं तो कि भारत के सामाजिक आर्थिक और राजनैतिक मूल्यों में मायावती का क्या योगदान है? इससे पता चलता है कि मायावती की वीरगाथा कैसे छपवाई जा रही हैं।
समाजवादी पार्टी का आरोप है कि मुख्यमंत्री आवास पांच कालीदास मार्ग में मायावती और उनकी सरकार के अफसर बसपा सरकार की जयादतियों और भ्रष्ट शासन का विरोध करने वालों के खिलाफ षडयंत्र रचते रहते हैं। प्रदेश का विकास ठप हो चुका है, जनहित का कोई भी काम नहीं हो रहा है। लूट मची हुई है। यह सरकार नहीं है बल्कि मायावती और ठेकेदारों का एक गठजोड है जो झूठी योजनायें बनाकर सरकारी धन को मिलबांट कर हडपने में लगा है। जनता के पैसे को खुले मंच से परिवार के लिए गिफ्ट करने से बढकर भ्रष्टाचार और क्या होगा। उन्होने कहा कि राज्य के डीजीपी बसपा सरकार विरोधियों के खिलाफ अपराधिक षडयंत्रों में शामिल हो रहे हैं। हद हो गई है कि वे अब महिलाओं और राजनेताओं के चरित्र हनन पर उतर आये हैं। उन्होने बर्खास्त महिला सिपाहियों का जीवन लांछित कर दिया है।