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Thursday 12 May 2016 03:42:53 AM
नई दिल्ली। बेलारूस गणराज्य की राष्ट्रीय असेंबली की परिषद के अध्यक्ष डॉ मिखाइल मिशेनोकोविच के नेतृत्व में कल राष्ट्रपति भवन में एक शिष्टमंडल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। डॉ मिखाइल मिशेनोकोविच की अगुवाई में आए शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने डॉ मिखाइल मिशेनोकोविच से दिल्ली में नवंबर 2012 में हुई मुलाकात को याद किया। राष्ट्रपति ने कहा कि जून 2015 में बेलारूस दौरे के समय में भी उनसे मिन्स्क में मुलाकात हुई थी।
राष्ट्रपति ने भारत-बेलारूस संबंध को ऊंचाई पर ले जाने और इसे बहुआयामी बनाने के लिए डॉ मिखाइल मिशेनोकोविच के योगदान और समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि शिष्टमंडल का मौजूदा दौरा दोनों देशों के संबधों को और मजबूत करेगा। प्रणब मुखर्जी ने कहा 2017 में भारत और बेलारूस के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के 25 साल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत और बेलारूस के बीच मौजूदा 44.5 करोड़ डॉलर के व्यापार को बढ़ाकर 1 अरब डॉलर तक ले जाने के संबंध में प्रयास करना जरूरी है, पिछले साल सितंबर में मिन्स्क में आयोजित अंतर-सरकार आयोग की 7वीं बैठक में दोनों पक्षों ने 2018 तक आपसी कारोबार को 1 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
प्रणब मुखर्जी ने विश्वास जताया कि बेलारूस की अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि के तौर पर आया व्यापारिक शिष्टमंडल दोनों देशों के बीच कारोबारी और आर्थिक रिश्तों को और मजबूत बनाएगा। राष्ट्रपति की शुभकामनाओं के जवाब में डॉ मिखाइल मिशेनोकोविच ने कहा कि बेलारूस की सरकार और वहां के लोगों के दिलों को राष्ट्रपति की 2015 की यात्रा ने छू लिया था। उन्होंने कहा कि बेलारूस और वहां की सरकार दोनों देशों के बीच हुए समझौतों को लागू होने की प्रक्रिया को बड़े गौर से देख रही है।