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Thursday 2 June 2016 06:00:07 AM
नई दिल्ली। भारत सरकार और अमेरिकी सरकार की आधिकारिक एजेंसियों के बीच आज आतंकवादी जांच सूचना के आदान-प्रदान से संबंधित एक व्यवस्था पर हस्ताक्षर किया गया है। इस व्यवस्था पर केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि और भारत में अमेरिका के राजूदत रिचर्ड राहुल वर्मा ने हस्ताक्षर किए। इस व्यवस्था के अनुसार दोनों पक्ष निर्दिष्ट संपर्क बिंदुओं के जरिए आतंकवाद से संबंधित जांच सूचना का घरेलू कानूनों एवं नियमों के तहत एक दूसरे से साझा करेंगे। इस व्यवस्था से भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद के मुकाबले में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी भारत और अमेरिका के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। भारत सरकार की ओर से बिजली मंत्रालय के सचिव पीके पुजारी और भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड राहुल वर्मा ने अमेरिका की ओर से इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। पीके पुजारी ने कहा कि भारत और अमेरिका पहले से ही कुछ क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। इस समझौता ज्ञापन से काम के क्षेत्र को बढ़ाने में मदद मिलेगी, यह न सिर्फ और अधिक नजदीक से काम के लिए फ्रेमवर्क उपलब्ध कराएगा, बल्कि हमारे लोगों की बेहतरी तथा भारत में काम कर रहीं अमेरिकी कंपनियों के लिए सकारात्मक माहौल तैयार करेगा। भारत सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए रिचर्ड वर्मा ने कहा कि समझौता ज्ञापन सहयोगात्मक कार्यों को गति देगा, जिसकी जरूरत ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में है।
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में सहयोग को द्विपक्षीय संलिप्तता के जरिए स्थायी वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त पहल करना है। इन गतिविधियों का मकसद शोध और विकास जैसे नवाचारों को शामिल करना, स्वैच्छिक और पारस्परिक सहमति के आधार पर तकनीकी हस्तांतरण, दोनों देशों में स्वच्छ तकनीकी की तैनातगी, वैश्विक स्तर पर ग्रीन हाउस गैसों के उर्त्सजन को रोकना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना है। समझौता ज्ञापन के प्राथमिक रूप में भारत-अमेरिका ऊर्जा स्मार्ट सिटीज़ साझेदारी, ग्रिड का हरा-भरा करना, स्वच्छ ऊर्जा के जरिए ऊर्जा पहुंच को बढ़ावा, स्थान प्रशीतन के साथ ऊर्जा दक्षता, अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा के लिए वित्त, जलवायु सुधार के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी, हवा की गुणवत्ता, वानिकीकरण और भूदृश्य और आरईडीडी, फेलोशिप, जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ईंधन के क्षेत्र में नवाचार में तेजी लाना जैसी पहल की जाएंगी।