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Monday 3 September 2018 03:51:20 PM
लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि अर्थतंत्र के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति तक को जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जो सोच थी, आखिर वह इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक यानी आईपीपीबी के रूपमें साकार हो रही है। लखनऊ में आईपीपीबी के उद्घाटन समारोह में गृहमंत्री ने इसे देश में आर्थिक क्रांति की दिशा में एक बड़ा कदम बताया। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय डाक विभाग दुनिया का सबसे बड़ा पोस्टल नेटवर्क है, जो गांव तक फैली अपनी शाखाओं के माध्यम से लंबे समय से लोगों तक चिट्ठी पहुंचाने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि संचार क्रांति के बाद डाक विभाग में बड़ा परिवर्तन हुआ है और अब यह बैंकिंग से जुड़ गया है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चिट्ठी पहुंचाने वाला डाकिया अब आईपीपीबी के जरिए लोगों का चालू खाता खुलवाने से लेकर उन्हें कर्ज सुविधा मुहैया कराने तक का काम करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बनने के कुछ ही समय के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से जन धन खाते खोले गए, बैंकिंग से सभी को जोड़ने का वित्तीय समावेशन की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि डिजिटलीकरण से व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ी है और भ्रष्टाचार खत्म हुआ है। उन्होंने कहा कि आईपीपीबी ग्रामीण स्तरपर डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देगा, इसके लिए एक मोबाइल एप भी लाया गया है। गृहमंत्री ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से विकास करती अर्थव्यवस्था बताते हुए कहा कि भारत की सकल घरेलू उत्पाद की दर 8.2 फीसद रही, वर्ष 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में आठवें-नौवें स्थान पर थी, आज यह छठे स्थान पर आ गई है।
गृहमंत्री ने कहा कि जहां भी नीतियों में हस्तक्षेप की आवश्यकता महसूस हुई है, वहां सरकार ने हस्तक्षेप से संकोच नहीं किया, मोदी सरकार ने महत्वपूर्ण संस्थागत सुधार किए हैं और डाकघरों को आधुनिक तकनीकी से जोड़कर हाईटेक बनाना इसी कड़ी में एक अहम कदम है। गृहमंत्री ने आईपीपीबी की लखनऊ शाखा का फीता काटकर और शिलापट्ट अनावरण कर शुभारंभ किया। गृहमंत्री ने पहले 5 खाताधारकों को क्यूआर कार्ड देकर सम्मानित किया। डाक विभाग की ओर से इस अवसर पर आईपीपीबी पर फिल्में भी दिखाई गईं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली में बहुप्रतीक्षित महत्वाकांक्षी इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक सेवा का शुभारंभ किया। इस तरह पूरे भारत में जहां 650 आईपीपीबी शाखाओं का उद्घाटन हुआ, वहीं उत्तर प्रदेश में 73 शाखाओं और 292 सेवा केंद्रों का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर लखनऊ परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं केके यादव भी उपस्थित थे।