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Wednesday 5 September 2018 01:40:21 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ राममनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय लखनऊ में एक समारोह में परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के चयनित शिक्षकों को नियुक्तिपत्र वितरित किए और कहा कि कर्तव्यों के प्रति जागरुक शिक्षक ही विद्यार्थी और समाज को अच्छा नेतृत्व दे सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिभा दिखानी चाहिए, शिक्षक गावों के विकास को भी गति देने में सहायक होता है और जब हमारे गांव खुशहाल होंगे तो हमारा देश एवं प्रदेश भी खुशहाल होगा। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन उनके जीवन के लिए अविस्मरणीय है, क्योंकि यह नियुक्तिपत्र उन्हें शिक्षक दिवस पर वितरित किया जा रहा है, शिक्षक के रूपमें उन्हें अपने जीवन में सर्वश्रेष्ठ करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त शिक्षकों को प्रेरणाएं और नसीहतें भी दीं। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक समाज के लिए कितना उपयोगी हो सकता है, यह सर्वविदित है, शिक्षक अपने विद्यार्थियों से मानवीय संवेदना स्थापित करते हुए कार्य करें तो इसके और भी बेहतर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ‘स्कूल चलो अभियान’ चलाया, जिससे विद्यार्थियों की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई, जिसके फलस्वरूप उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में इस समय एक करोड़ 77 लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे शिक्षा देने तक सीमित न रहकर विद्यार्थियों के परिवारों से भी जुड़ने का कार्य करें और उन्हें शासन की योजनाओं के लाभ से अवगत कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कायाकल्प योजना शुरू की है, जिसके माध्यम से विद्यालयों में बुनियादी आवश्यकताएं मुहैया कराई जा रही हैं, जिसमें जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी आदि सहभागी बन रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर बस्ती जनपद के प्रधानाध्यापक सर्वेष्ट मिश्रा के योगदान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जो स्कूल बंदी की कगार पर आ गया था, उस स्कूल में उन्होंने बुनियादी जरूरतों के साथ ही स्मार्ट क्लास शुरू की, जिसका परिणाम यह रहा कि इस स्कूल में आज 300 से ज्यादा बच्चे पंजीकृत हैं, जिसके लिए सर्वेष्ट मिश्रा को राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिया गया है। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों से सर्वेष्ट मिश्रा से प्रेरणा लेने को कहा। उन्होंने कहा कि नियुक्तिपत्र प्राप्त शिक्षकों को प्रदेश के सभी 8 आकांक्षात्मक जनपदों बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, चंदौली, सोनभद्र, फतेहपुर, चित्रकूट तथा सिद्धार्थनगर में प्राथमिकता पर नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रॉक्सी अध्यापकों पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए विद्यालय में उनके फोटो भी लगवाएं हैं, जिससे विद्यार्थी अपने अध्यापकों को पहचान सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षक शिक्षा को रुचिकर बनाने का काम करें, जिससे विद्यार्थी रुचि लेकर पढ़ाई कर सकें। उन्होंने कहा कि बच्चों को योगासन, संगीत, अंत्याक्षरी और अन्य रचनात्मक विधाओं से भी जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार हर प्रतियोगी परीक्षा की शुचिता के प्रति गंभीर है और उसके लिए कार्यकर रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि व्यवस्था पारदर्शी हो, जिससे प्रतियोगी कुंठा का शिकार न होने पाएं। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया को प्रभावित और दूषित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, पेपर लीक में शामिल लोगों को तत्काल गिरफ्तार करते हुए ऐसे तत्वों के विरुद्ध रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बेसिक शिक्षा में अभिनव प्रयोग पर केंद्रित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल ने नवनियुक्त अध्यापकों को बधाई दी। नियुक्तिपत्र कार्यक्रम में 16 जनपदों गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, लखनऊ, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, रायबरेली, उन्नाव, लखीमपुर खीरी, हरदोई, सीतापुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात और फतेहपुर के लगभग तीन हजार सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री ने 32 नवनियुक्त शिक्षकों को स्वयं नियुक्तिपत्र प्रदान किए।ज्ञातव्य है कि बेसिक शिक्षा विभाग ने 68,500 रिक्त पदों पर सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा-2018 आयोजित की थी, जिसमें 41,556 अभ्यर्थी सफल हुए। राज्यमंत्री बेसिक शिक्षा संदीप सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव डॉ प्रभात कुमार, बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह और गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।