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Tuesday 11 September 2018 03:01:27 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के सभागार में नव नियुक्त ग्रामविकास अधिकारियों की ऑनलाइन जनपद आवंटन प्रणाली के शुभारम्भ तथा उनकी एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला के अवसर पर लगभग 30 ग्रामविकास अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि ग्राम विकास अधिकारी ग्रामीण लोगों के जीवन को दिशा दे सकते हैं, उनके प्रतिबद्ध होकर प्रयास किए जाने से प्रदेश के सभी गावों में खुशहाली आ सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के माध्यम से बेघर को घर, शौचालय निर्माण, विद्युत कनेक्शन, मनरेगा के तहत जॉब कार्ड, महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन, गरीब परिवारों को राशन, विभिन्न योजनाओं के तहत पेंशन आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने में ग्रामविकास अधिकारियों की बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि ग्रामविकास अधिकारी का कार्य बड़ी जिम्मेदारी और पुण्य का कार्य है और उन्हें ग्रामसेवा का यह अवसर उनके पूर्व जन्म के पुण्य कर्मों के कारण मिला है।
ऑनलाइन जनपद आवंटन प्रणाली के शुभारम्भ पर नवनियुक्त कुल 2942 ग्राम विकास अधिकारियों को जनपद आवंटित करने की कम्प्यूटरीकृत प्रक्रिया सम्पन्न की गई। जनपद आवंटन से अवशेष रह गए 355 ग्राम विकास अधिकारियों को शीघ्रातिशीघ्र जनपद आवंटित कर दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि जिन ग्रामविकास अधिकारियों को जनपद आवंटित हो गया है, उनकी नियुक्ति यथाशीघ्र गांवों में कर दी जाए। उन्होंने भरोसा जताया कि ग्राम्य विकास विभाग में नवनियुक्त ग्रामविकास अधिकारियों से प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में विकास की गतिविधियों को और प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तकनीक के प्रयोग पर बल देते हैं, तकनीक के व्यापक प्रयोग से भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सकता है, इसके मद्देनजर सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया में तकनीक के अधिकाधिक प्रयोग को बढ़ावा दिया है, इससे विगत डेढ़ वर्ष में नियुक्तियां स्वच्छता और पारदर्शिता से की गई हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम विकास विभाग की तरह अन्य विभाग भी तकनीक का लाभ लेने के लिए इस तकनीक को अपनाएंगे। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न सहायता समूहों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) तथा ग्रामीण पेयजल मिशन के भी स्टाल लगाए गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे देश के नौजवान प्रतिभा सम्पन्न हैं, यदि इस प्रतिभा का उपयोग नहीं हुआ, तो यह देश का दुर्भाग्य होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश की प्रतिभाओं को किसी भी स्थिति में पलायन न करना पड़े, इसलिए राज्य सरकार राजकीय तथा निजी क्षेत्र में युवाओं के लिए रोज़गार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि स्वरोज़गार अथवा परम्परागत उद्यमों को विकसित करने में रुचि रखने वाले युवाओं को भी प्रदेश सरकार पूरा सहयोग कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामविकास अधिकारियों की नियुक्ति पूरी स्वच्छता और पारदर्शिता से हुई है, जबकि डेढ़ वर्ष पूर्व यह सम्भव नहीं था। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में अभ्यर्थियों का चयन योग्यता, प्रतिभा और क्षमता के आधार पर ही होगा, ईमानदारी से और अच्छा कार्य करने वालों को इंक्रिमेंट, प्रमोशन आदि सभी सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने चेतावनीभरे लहज़े में कहा कि नियुक्तियों में भ्रष्टाचार करने वालों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा, प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी की भांति स्मार्ट विलेज का निर्माण भी सम्भव है, उन्होंने ग्राम विकास अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि यदि प्रत्येक नवनियुक्त ग्राम विकास अधिकारी एक वर्ष में एक गांव को स्मार्ट विलेज बनाए तो एक वर्ष में तीन हजार गांव स्मार्ट विलेज बन सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोज़गार, ग्रामीण विकास में खराब स्थिति वाले 115 जनपदों को आकांक्षात्मक जनपदों की श्रेणी में रखा है, इनमें 8 जनपद उत्तर प्रदेश के हैं, इन 8 जनपदों में शतप्रतिशत मानव संसाधन की व्यवस्था करके ह्यूमन इंडेक्स पर फोकस किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि दो वर्ष में इन जनपदों को सामान्य श्रेणी में ले आएं, इसके लिए इन जिलों के ग्रामीण इलाकों में विशेषकर शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पेयजल, महिला स्वयं सहायता समूहों के गठन में काम किए जाने की आवश्यकता है, नवनियुक्त ग्रामविकास अधिकारी इसमें उपयोगी योगदान कर सकते हैं। ग्रामविकास राज्यमंत्री डॉ महेंद्र सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि ग्रामोदय से ही भारत का उदय सम्भव है, इसमें नवनियुक्त ग्राम विकास अधिकारियों की बड़ी भूमिका है। प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास अनुराग श्रीवास्तव, ग्राम्य विकास आयुक्त नागेंद्र प्रसाद सिंह ने भी अपना संबोधन किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।