सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वैंकेया नायडू ने आजादी के नायकों की याद में नई दिल्ली में राजपथ पर 'आजादी 70-याद करो कुर्बानी' शीर्षक वाली फोटो प्रदर्शनी का उद्धाटन करते हुए कहा कि भारत की आजादी के 70 साल पूरे होने पर उत्सव के तौर पर मनाए जाने वाले 'भारत पर्व' से देशभर के लोगों के बीच एकता और अखंडता को बढ़ावा मिलेगा। वैंकेया नायडू...
हिंदुस्तान में ब्रिटिश शासन में ईस्ट इंडिया कंपनी ने दो आने का यह सिक्का चलाया था। इतिहासविदों के अनुसार तब यह सिक्का खूब चला। इतिहासकार कहते हैं कि वास्तव में हिंदुओं को रिझाने के लिए यह अंग्रेजों की नीति का जीता-जागता उदाहरण है। फर्क इतना है कि उस समय यह सिक्का जोर-शोर से चला और यदि आज देश में इस तरह का सिक्का चला दिया...
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के स्वतंत्र प्रभार और नागर विमानन राज्यमंत्री डॉ महेश शर्मा ने महान क्रांतिकारी तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर 200 रूपये का स्मृति सिक्का और दस रूपये का प्रचलन सिक्का जारी किया। संस्कृति मंत्रालय के सचिव नरेंद्र कुमार सिन्हा भी इस अवसर पर उपस्थित थे। भारत की आजादी की पहली लड़ाई के...
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने आज जवाहर लाल विश्वविद्यालय नई दिल्ली में आयोजित ‘इतिहास और इतिहासकार’ विषय पर भारतीय इतिहास कांग्रेस के 75वें अधिवेशन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने कहा कि आज इतिहास लेखन और इतिहास शिक्षण की समकालीन प्रासंगिकता और अधिक बढ़ गई है। उन्होंने कहा...
सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य सोलहवीं सदी के उन राष्ट्रीय महापुरुषों में से एक थे, जिनकी वीरता ने विदेशी आक्रांताओं और मुगल साम्राज्य के छक्के छुड़ा दिए थे, मात्र 29 दिनों के शासनकाल में उन्होंने हिंदवी स्वराज के लिए अनेक कदम उठाए। सम्राट हेमचंद्र ने चौबीस युद्ध लड़े और बाईस युद्धों में सफ़ल रहे। दिल्ली में कल शाम हुए एक...
सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य भारतीय इतिहास के उन चुनिंदा लोगों में से हैं, जिन्होंने इतिहास की धारा मोड़कर रख दी। वे पृथ्वीराज चौहान (1179-1192) के बाद इस्लामी शासनकाल के मध्य दिल्ली के संभवतः एकमात्र हिंदू सम्राट, जो विद्युत की भांति चमके और दैदीप्यमान हुए। उन्होंने अलवर (राजस्थान) जिले के मछेरी गांव में जन्म लेकर एक व्यापारी,...
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने आज 'वर्तमान और भविष्य के लिए पारंपरिक संस्कृति की प्रासंगिकता' विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर हामिद अंसारी ने कहा कि हम अपनी परंपरा से ज्ञानार्जित करते हैं, विद्वानों ने विभिन्न कालावधि के दौरान कठिन श्रम...
केंद्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी कटोच ने हुमायूं के मकबरे का जीर्णोद्धार पूरा होने पर कहा है कि हमारी विरासत विशेषकर स्मारक लोगों के लिए बोझ नहीं हैं, अभिनव उपायों के माध्यम से यह आस-पास रह रहे लोगों के लिए आजीविका के रूप हैं। उन्होंने कहा कि हम विरासत के जीर्णोद्धार में स्थानीय समुदाय के भागीदार बनने का...
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, लखनऊ सर्किल, लखनऊ ने हाल ही में ऐतिहासिक झांसी किले में उसकी 400वीं वर्षगांठ का कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर ‘कौमी एकता का प्रतीक:झांसी दुर्ग’ पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। केंद्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी कटोच इसमें मुख्य अतिथि थीं। समारोह में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री...
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज चेन्नई में एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन के रजत जयंती समारोहों में भाग लिया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय कृषि और सामाजिक इतिहास के क्षेत्र में वर्ष 2013 एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अध्यादेश को पारित किया गया और इस संबंध में...
राजस्थान के पहाड़ी किलों को विश्व विरासत सूची में शामिल करने की यूनिस्को की विश्व विरासत समिति ने मंजूरी दे दी है। यूनेस्को की विश्व विरासत समिति ने अपने 37वें सत्र में राजस्थान के 60 पहाड़ी किलों के नाम भी विश्व विरासत सूची में दर्ज करने की मंजूरी दी है। राजस्थान के ये 6 किले हैं-चित्तौड़गढ़ किला चित्तौड़गढ़ एएसआई, कुंभलगढ़...
भारत में पारंपरिक औषधियों का इतिहास 5000 वर्ष पुराना है। स्वास्थ्य, विकृतियों और प्राकृतिक पद्धतियों की सबसे पहली प्रलेखित जानकारी वैदिक साहित्य में मिलती है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए औषधीय पौधों के उपयोग की परंपरा शताब्दियों पहले विकसित की गई थी, जिसका इस्तेमाल अब परंपरागत चिकित्सा उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में हो रहा है। ये बातें...
क्रांति की शक्ति सिर्फ पुरुषों को ही आकृष्ट नहीं करती है, बल्कि महिलाओं को भी वैसे ही आकृष्ट करती आ रही है, इसीलिए हर युग के इतिहास में महिलाओं की शौर्य गाथाओं का प्रमुखता से वर्णन मिलता है। भारत में सदैव नारी को आदर और श्रद्धा की देवी माना गया है। अवसर आया तो इसी नारी ने चंडी का भी रूप धरा और अपनी अदम्य शक्ति का लोहा मनवाया।...
चंदौली में स्वतंत्रता संग्राम के आखिरी दौर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ‘करो या मरो’ के आह्नान पर 16 अगस्त 1942 को महाईच परगना के आन्दोलनकारियों ने जो कुछ किया वह कामयाबी और बलिदान के नजरिये से संयुक्त प्रान्त (उत्तर प्रदेश) और भारत के ऐसे कई बड़े मामलों में से एक था, लेकिन इस कांड की उतनी चर्चा नहीं हो पाई जितनी होनी चाहिए...
संत कंवर राम त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति, जीवन के मर्म को जानने वाले ऋषि, दया के सागर, दीन दुखियों, यतीमों और विकलांगों के मसीहा थे। जहां उनके मुख मण्डल पर किसी ऋषि सा तेज झलकता था वहीं उनके नेत्रों से नूर बरसता था। मानव सेवा ही उनका मुख्य ध्येय था। उनके परोपकारी एवं आध्यात्मिक जीवन ने मानव के संस्कारो में कल्याण, सर्व...