जो लोग भारतीय हाकी फेडरेशन के अध्यक्ष केपीएस गिल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं वह कितने दूध के धुले हुए हैं वह जरा इस पर भी सोचे। भारतीय हाकी पर किसी एक तरफ से हमला नहीं हुआ है इसके हत्यारे इसी के भीतर छिपे हैं। हाकी में घुसे गिरोहोबाजो ने इसे नौकरी पाने और सैर पर जाने का ऐसा जरिया बनाया कि इसमें सभी ने हाथ धोने शुरू कर दिए।...