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Tuesday 18 June 2019 01:04:41 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस स्वतंत्रता दिवस पर 22 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य दिया है, जिसे सफल बनाने के लिए समयबद्ध तैयारी किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी किसानों को 5 से 10 पौधों के वितरण की तैयारी की जाए और 10 अगस्त 2019 तक पौधरोपण के लिए गड्ढों की खुदाई का कार्य पूर्ण कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने इस वृक्षारोपण को ‘वृक्ष महाकुम्भ’ का नाम दिया। उन्होंने कहा कि इसके अनुसार रणनीति बनाते हुए ग्राम पंचायतों, शहरी क्षेत्रों, रोपण क्षमता, वृक्षों की प्रजातियों, स्थलों, लाभार्थियों को चिन्हित कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार अनुश्रवण भी सुनिश्चित किया जाए और साथ ही साथ जियो टैगिंग भी की जाए। समीक्षा बैठक में वन एवं पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी, अपर मुख्य सचिव नियोजन दीपक त्रिवेदी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव वन कल्पना अवस्थी, प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में 15 अगस्त 2019 को 22 करोड़ वृक्षारोपण अभियान की समीक्षा बैठक में कहा कि किसानों को प्राथमिकता देकर इस अभियान से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित शौचालयों के लाभार्थी परिवारों, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को भी ‘वृक्ष महाकुम्भ अभियान’ में सम्मिलित किया जाए, उन्हें पौधे उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान में किसानों, नौजवानों, व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों, स्थानीय निवासियों, राजकीय विभागों और सामाजिक संस्थाओं की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने पंचवटी, नक्षत्र वाटिका, नवग्रह वाटिका की भी स्थापना किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान, पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए आवश्यक है, इसलिए वृक्षारोपण अभियान के वृहद प्रचार-प्रसार हेतु प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया का सहयोग लिया जाए।
योगी आदित्यनाथ ने गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण और तालाब खुदवाए जाने एवं नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों, सड़कों के दोनों किनारों पर भी वृक्षारोपण के निर्देश देते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस का वृक्षारोपण अभियान एक मिशन और आंदोलन के रूपमें चलाया जाए। उन्होंने कहा कि शहरों की सड़कों के किनारे वृक्षारोपण की व्यवस्था की जाए, वृक्षारोपण अभियान में पीपल, नीम, इमली, जामुन, अर्जुन, पाकड़, सागौन, शीशम, बरगद आदि प्रजातियों के वृक्षों को प्रमुखता से शामिल किया जाए और इस कार्य में नगर निकायों का सहयोग लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों को विभागीय लक्ष्यों को समयबद्ध रूपसे पूरा करना होगा, साथ ही प्रदेश के अन्य 23 विभागों का वृक्ष महाकुम्भ हेतु समन्वय, तकनीकी जानकारी और मार्गदर्शन करना होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि वृक्षारोपण अभियान में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी एवं डीएफओ इन सभी सूचनाओं और निर्देशों से अवगत हों। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष पर इस वर्ष स्वाधीनता दिवस 15 अगस्त को प्रत्येक जनपद में ‘गांधी उपवन’ की भी स्थापना की जाएगी, जिसके तहत प्रत्येक जनपद में 10 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जो पौधे लगाए जाएं, उनकी पूरी देखभाल और सुरक्षा हो। उन्होंने विगत वर्षों में लगाए गए पौधों का संरक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले विशेषकर कुपोषित महिलाओं और बच्चों के संदर्भ में सहजन का पौधा लगाए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। वन विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को ‘वृक्ष महाकुम्भ’ की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि अंतर्विभागीय समन्वय, जनसहभागिता एवं समाज के विभिन्न वर्गों के एकजुट प्रयासों से वृक्षारोपण के लिए विभागवार लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। वन, निजी, सामुदायिक, कृषि, शिक्षण संस्थाओं, रेल, रोड, नहर, राजकीय, गौवंश शेल्टर, नदियों के कैचमेंट आदि की भूमि का चिन्हीकरण कर लिया गया है। पौधों की आपूर्ति की तैयारी विभिन्न स्रोतों की पौधशालाओं से की गई है, जिसमें 26 करोड़ पौधों को उगाने की व्यवस्था की गई है, 521 नई पौधशालाओं की स्थापना भी की जा चुकी है, वृक्षारोपण कार्यक्रम के लिए वन विभाग का लक्ष्य 6.53 करोड़ तथा अन्य विभागों का 15.47 करोड़ का निर्धारित किया गया है।