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Wednesday 14 August 2019 02:21:03 PM
लखनऊ। किसी शायर ने कहा है कि 'बच्चों के नन्हे हाथों को चांद सितारे छूने दो, दो-चार किताबें पढ़कर ये हम जैसे बन जाएंगे।' शायद इसी को दृष्टिगत रखते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने श्रीसत्य सांईबाबा पूर्व माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालय लखनऊ के 37 विद्यार्थियों को दिलकुशा गार्डेन में चल रही दो दिवसीय प्रदर्शनी 'नो योअर आर्मी' में भेजा। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए केवल पुस्तकीय ज्ञान काफी नहीं है, देश में क्या है और क्या चल रहा है, बच्चों को यह भी मालूम होना चाहिए, जिससे वे भावी जीवन में आदर्श और लक्ष्य लेकर बढ़ें। उन्होंने कहा कि बच्चों में देशभक्ति की भावना के लिए सेना के क्रियाकलाप की जानकारी होनी चाहिए, जिससे सेना के प्रति उनकी रूचि बढ़े।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की पहल पर राजभवन में श्रीसत्य सांईबाबा पूर्व माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालय के कक्षा 4 से 8 तक के 37 विद्यार्थी भारतीय सेना की प्रदर्शनी 'नो योअर आर्मी' देखने गए थे। विद्यार्थियों ने वहां सेना के विभिन्न हथियारों को देखा और सेना के जवानों से जाना कि सेना जंगल में रहकर कैसे कार्य करती है तथा प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़ विपदाओं के समय किस प्रकार राहत अभियान चलाती है। वायुसेना के छोटे 'डीमो फाइटर प्लेन' के बारे में भी बच्चों को जानकारियां दी गईं। विद्यार्थियों ने एनसीसी कैम्प में जाकर जानकारियां प्राप्त कीं। उनके साथ विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं शिक्षक भी थे।