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Thursday 12 September 2019 04:22:37 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने माउंट सतोपंथ की चोटी पर सफल चढ़ाई करने वाले सीआईएसएफ के 16 सदस्यीय दल को सम्मानित किया है। जी किशन रेड्डी ने इस अवसर पर पर्वतारोही दल को बधाई दी और कहा कि इस तरह के आरोहण के लिए आत्मविश्वास एवं अदम्य साहस की बहुत आवश्यकता होती है। उन्होंने दल की महिला सदस्यों के प्रयासों को सराहा, जिन्होंने अपने पुरुष समकक्षों की तरह ही मुश्किल हालात का सामना किया और माउंट सतोपंथ की चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। सीआईएसएफ के महानिदेशक राजेश रंजन ने भी पर्वतारोही दल को बधाई दी और कहा कि सीआईएसएफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया अभियान और महिला सशक्तिकरण जैसी पहलों के लिए प्रतिबद्ध है एवं पर्वतारोहण दल की उपलब्धि फिट इंडिया शपथ और महिला सशक्तिकरण से मेल खाती है।
सीआईएसएफ के महानिदेशक ने कहा कि पर्वतारोही दल की महिला सदस्यों ने रूढ़िवादी धारणाओं को तोड़ा और हर मुकाम पर अपने पुरुष समकक्षों के साथ कदम से कदम मिलाए। उन्होंने महिला सशक्तिकरण का मजबूत संदेश दिया है। सोलह सदस्यीय पर्वतारोहण दल को सीआईएसएफ के महानिदेशक राजेश रंजन ने 5 अगस्त 2019 को झंडी दिखाकर रवाना किया था। उन्हें करीब 7075 मीटर की चोटी माउंट सतोपंथ पर फहराने के लिए राष्ट्रीय और सीआईएसएफ का ध्वज दिया गया था। दल का नेतृत्व डीआईजी रघुवीर लाल ने किया। दल की तीन महिला पर्वतारोहियों में अंसिस्टेंट कमांडेंट अशोका नंदिनी शामिल हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के हिस्से के तौरपर सीआईएसएफ मार्च-अप्रैल 2020 में अपने पहले माउंट एवरेस्ट आरोहण अभियान को शुरु करेगा। सीआईएसएफ की टीम के सदस्यों को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई से पहले अनुभव दिलाने के लिए माउंट सतोपंथ अभियान शुरु किया गया था। माउंट सतोपंथ उत्तराखंड के गढ़वाल के गंगोत्री क्षेत्र के पश्चिमी हिमालय में दूसरी सबसे ऊंची चोटी है। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की तैयारी करने वाले पर्वतारोहियों को यहां हर तरह का विशेषताएं मिलती हैं, जो तकनीकी ज्ञान एवं सीधा अनुभव, साहस और आत्मविश्वास हासिल करने के लिए जरूरी होती हैं।
सीआईएसएफ के पर्वतारोही दल ने माउंट सतोपंथ की चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। यह सीआईएसएफ का पहला पर्वतारोहण अभियान था। सीआईएसएफ ने सीएपीएफ का पहला ऐसा बल होने का रिकॉर्ड बनाया है, जिसके पर्वतारोही दल ने तीन महिला सदस्यों के साथ यह उपलब्धि हासिल की है। अभियान का मुख्य उद्देश्य पर्वतारोहण के जरिये महिला सशक्तिकरण का संदेश फैलाना, बलों में साहस की भावना को बनाए रखना और बल के अधिकारियों, पुरुषों एवं महिला कर्मियों को रोमांच से रूबरू करवाना था। अभियान दल ने अपनी क्षमता से आगे बढ़कर और खुद को बहुत अधिक मानसिक एवं शारीरिक चुनौतियों वाली परिस्थितियों में अपना लक्ष्य हासिल किया। इनमें कम वायुमंडलीय दबाव, शून्य तापमान, लगातार बर्फबारी और कठोर जलवायु जैसी परिस्थितियां शामिल थीं। कार्यक्रम में डीएमआरसी के एमडी डॉ मंगू सिंह और सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।