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Monday 23 September 2019 02:48:02 PM
ब्रह्मपुर। भारतीय सेना की एयर डिफेंस कोर इकाई का छठा रीयूनियन 20 और 21 सितंबर को ओडिशा में ब्रह्मपुर के नजदीक गोपालपुर आर्मी एडी कॉलेज में मनाया गया। एयर डिफेंस कोर अपेक्षाकृत सेना की एक नई इकाई है, सेना की आर्टिलेरी रेजिमेंट से25 साल पहले अलग किए जाने की छोटी सी अवधि के भीतर ही इसने सेना में अपना एक खास स्थान बना लिया है। आकाश के प्रहरी के रूपमें इस इकाई ने युद्ध, आंतरिक सुरक्षा और प्राकृतिक आपदाओं के समय अपनी क्षमता साबित की है। देश के सामरिक युद्ध क्षेत्र में सामरिक और अति महत्वपूर्ण संपत्तियों के संरक्षण में सेना की एयर डिफेंस कोर की भूमिका वायुसैन्य क्षेत्र में उभरते खतरों के मद्देनज़र भी बहुत महत्व रखती है।
भारतीय सेना की एयर डिफेंस कोर इकाई भविष्य में किसी भी तरह की युद्ध स्थिति में निर्णायक भूमिका निभा सकती है, जिसके लिए उसने तकनीकी रूपसे परिष्कृत हथियारों और उपकरणों को शामिल करने के अलावा मौजूदा उपकरणों को उन्नत बनाने का काम भी तेजी से शुरु कर दिया है। एयर डिफेंस कोर के योद्धाओं ने अपनी बहादुरी भरे कारनामों से इकाई के लिए कई वीरता और विशिष्ट सेवा सम्मान अर्जित किए हैं, इनमें दो अशोकचक्र, दो कीर्तिचक्र, 20 वीर चक्र, नौ शौर्यचक्र, 112 सेना पदक, एक ब्रिटिश साम्राज्य पदक, सात भारत का प्रतिष्ठित सेवा पदक शामिल हैं। वर्ष 1947 के दौरान आतंरिक अशांति, 1965 और 71 के भारत-पाक युद्ध, जम्मू-कश्मीर, उत्तर पूर्वी राज्यों और सियाचिन ग्लेशियर सहित विभिन्न स्थानों पर चलाए गए सैन्य अभियानों के लिए भी इकाई को 10 पीवीएसएम, 22 एवीएसएम और 44 वीएसएम पदक मिल चुके हैं। इसके अतिरिक्त चार एयर डिफेंस यूनिटों को 1971 के युद्ध के दौरान अतिप्रतिष्ठित सम्मान भी दिया जा चुका है।
एयर डिफेंस कोर के छठे रीयूनियन यानी पुनर्मिलन समारोह में सेवानिवृत्त तथा सेवा में मौजूद साथियों को एक साथ आने का प्रभावी मंच मिला। इस अवसर पर यूनिट के शहीद जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सेवानिवृत्त पराक्रमी सेनानियों को सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान सभी रैंक के सैनिकों को वीरता सम्मान प्रदान किया गया, सेना के हवाई सुरक्षा प्रणाली के इतिहास की झलक प्रस्तुत की गई, सेना के हवाई सुरक्षा संग्रहालय में लाइट एंड साउंड शो हुआ और एयर डिफेंस बैंड ने पारंपरिक प्रस्तुति दी।