स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 31 July 2021 05:25:28 PM
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना में वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे ने नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में एक औपचारिक समारोह में नौसेना स्टाफ के उप-प्रमुख के रूपमें पदभार ग्रहण कर लिया है। वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे ने यह पदभार वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी से ग्रहण किया। वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार 39 वर्ष की शानदार सेवा के बाद आज सेवानिवृत्त हो गए हैं। वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे नेशनल डिफेंस एकेडमी खडकवासला, न्यूपोर्ट रोड आइलैंड यूनाइटेड स्टेट्स नेवल वॉर कॉलेज और मुंबई के नेवल स्टाफ कॉलेज के छात्र हैं। उनको भारतीय नौसेना में 1 जनवरी 1984 को कमीशन किया गया था और वह नौवहन एवं निर्देशन विशेषज्ञ भी हैं।
एडमिरल एसएन घोरमडे का भारतीय नौसेना के फ्रंटलाइन युद्धपोतों पर व्यापक परिचालन कार्यकाल रहा है, 37 वर्ष से अधिक के अपने करियर के दौरान उन्होंने असंख्य परिचालन और स्टॉफ नियुक्तियों के माध्यम से सेवाएं प्रदान की हैं। उनकी महत्वपूर्ण परिचालन नियुक्तियों में गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस ब्रह्मपुत्र, सबमरीन रेस्क्यू वेसल आईएनएस निरीक्षक और माइनस्वी पर आईएनएस एलेप्पी के साथ-साथ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस गंगा में सेकेंड-इन-कमांड शामिल है। आईएनएस निरीक्षक को उनकी कमान के दौरान पहलीबार यूनिट प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किया गया था। तट पर उनकी महत्वपूर्ण स्टाफ नियुक्तियों में सहायक प्रमुख कार्मिक (मानव संसाधन विकास), प्रधान निदेशक कार्मिक, निदेशक नौसेना प्लांस और नौसेना मुख्यालय में संयुक्त निदेशक नौसेना प्लान्स जैसे अलग-अलग कार्य के रूपमें, विदेश मंत्रालय (निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मामले) में निदेशक (सैन्य मामले) लोकल वर्कअप टीम (वेस्ट), नेविगेशन डायरेक्शन स्कूल एवं नेशनल डिफेंस एकेडमी में इंस्ट्रक्टर की नियुक्ति भी शामिल है।
एडमिरल एसएन घोरमडे को कर्नाटक नौसेना क्षेत्र के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग और महाराष्ट्र नौसेना क्षेत्र के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग जैसे प्रतिष्ठित पदों पर भी नियुक्त किया गया है। वाइस एडमिरल के पद पर उन्होंने महानिदेशक नौसेना संचालन, चीफ ऑफ स्टाफ पूर्वी नौसेना कमान और नियंत्रक कार्मिक सेवाओं की चुनौतीपूर्ण और प्रतिष्ठित नियुक्तियों के रूपमें कार्यभार संभाला है। रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय में नौसेना स्टाफ के उप-प्रमुख के रूपमें वर्तमान नियुक्ति को संभालने से पहले वे फ्लैग ऑफिसर मुख्यालय एकीकृत रक्षा स्टाफ में ट्राई-सर्विस नियुक्ति के उप प्रमुख (संचालन और प्रशिक्षण) के तौरपर कार्यरत थे। एडमिरल एसएन घोरमडे को 26 जनवरी 2017 को अति विशिष्ट सेवा मेडल और 2007 में भारत के राष्ट्रपति से नौसेना मेडल और 2000 में नौसेना प्रमुख ने प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किया था।
एडमिरल एसएन घोरमडे ने नौसेना के लिए आबंटित पूंजी में से 2/3 से अधिक का उपयोग स्वदेशी स्रोतों से खरीद केलिए करने के साथ 'आत्मनिर्भर भारत' मिशन को अपनाने केलिए सक्रिय रूपसे जोर दिया, भारतीय नौसेना के लिए 41 जहाजों और पनडुब्बियों में से 39 का निर्माण भारतीय शिपयार्ड में किया जा रहा है। परियोजना 75(I) केलिए सामरिक भागीदारी मॉडल के तहत अबतक का प्रथम खरीद मामला एडमिरल एसएन घोरमडे के कार्यकाल के दौरान आरएफपी जारी करने केलिए सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया गया था। उनके शानदार कार्यकाल के दौरान डीआरडीओ और डीपीएसयू के साथ तकनीकी प्रगति, क्षमता वृद्धि और अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं के कई अन्य उदाहरणों को भी गति दी गई है।