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Wednesday 15 September 2021 06:36:26 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया, नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल डॉ वीके सिंह (सेवानिवृत्त) के साथ नागर विमानन मंत्रालय में सचिव प्रदीप खरोला ने विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से मुंबई (महाराष्ट्र) तक पहली स्पाइसजेट उड़ान को वर्चुअल तौर पर झंडी दिखाकर रवाना किया। दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के विधायक (तेलुगु देशम) वासुपल्ली गणेश कुमार विशाखापत्तनम हवाई अड्डे से वर्चुअल कार्यक्रम में शामिल हुए। नागर विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव उषा पाधी, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्यक्ष संजीव कुमार के साथ नागर विमानन मंत्रालय और एएआई के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी नागर विमानन मंत्रालय में आयोजित समारोह में उपस्थित थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि है कि न केवल देश के महानगरों, बल्कि विशाखापत्तनम जैसे भारत के छिपे हुए गहनों की बेहतर कनेक्टिविटी के माध्यम से आर्थिक विकास को सक्षम बनाया जाए। उन्होंने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि आज हम विशाखापत्तनम से भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई के लिए सीधी उड़ान कनेक्टिविटी शुरू कर रहे हैं, इससे रोज़गार, पर्यटन, छात्रों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी खुलेगी और आगे विशाखापत्तनम का आर्थिक विकास होगा। उन्होंने कहा कि हमारी नीति उड़ान उड़े देश का आम नागरिक के माध्यम से भारत के भीतरी इलाकों में बेहतर हवाई संपर्क को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत पर्यटन क्रांति के मुहाने पर है और यह मंत्रालय यात्रा की कम लागत पर अधिक दूरी तक यात्रा की अवधारणा का प्रतिनिधित्व करता है, इसके अलावा आज हम देश के विभिन्न राज्यों में 38 और उड़ानें शुरू कर रहे हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि विशाखापत्तनम अब 302 विमानों की आवाजाही के साथ 10 शहरों से जुड़ा हुआ है और हम विभिन्न पहलों के माध्यम से इनकी संख्या को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इस क्षेत्र के लिए नए रास्ते खोलने के लिए प्रतिबद्ध हैं, इन 7 वर्ष की छोटी अवधि में हम 2016 में 60 हवाई अड्डों से 2021 में 136 हवाई अड्डों तक पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में केवल एयर इंडिया समूह विशाखापत्तनम-मुंबई मार्ग पर उड़ानें संचालित करता है और अतिरिक्त उड़ान मूल निवासियों की लंबे समय से लंबित मांग है। उन्होंने कहा कि मैसर्स स्पाइसजेट द्वारा अतिरिक्त उड़ान भारत सरकार की ‘सब उड़ें सब जुड़ें’ पहल के उद्देश्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य देश के टियर-2 और टियर-3 शहरों के हवाई संपर्क को मजबूत करना है। उन्होंने बताया कि मैसर्स स्पाइसजेट विशाखापत्तनम-मुंबई मार्ग पर बोइंग 737 विमान संचालित करेगा, इसके अलावा भारत सरकार की गति शक्ति योजना के तहत सभी ढांचागत विकास स्थानीय निर्माताओं की वैश्विक प्रोफ़ाइल को बढ़ाने में मदद करेंगे और उन्हें दुनियाभर में अपने समकक्षों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में मदद करेंगे, यह भविष्य के नए आर्थिक क्षेत्रों की संभावनाओं को भी जन्म देता है।
गौरतलब है कि विशाखापत्तनम, जिसे विजाग के नाम से भी जाना जाता है, देश के सबसे पुराने बंदरगाह शहरों में से एक है और अपने सुरम्य समुद्र तटों और शांत परिदृश्य के लिए जाना जाता है। विशाखापत्तनम का बंदरगाह भारत के सबसे पुराने शिपयार्ड और मानव निर्मित चमत्कारों तथा प्राकृतिक दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान अपने सबमरीन संग्रहालय, डॉल्फिन के नोज प्वाइंट, कैलासगिरी हिल पार्क, बोर्रा गुफाओं, अराकू घाटी, यारदा समुद्र तट, कटिकी झरने, इकत साड़ी, लकड़ी के खिलौने, कलमकारी चित्रों के लिए प्रसिद्ध है। विशाखापत्तनम दक्षिण भारत में अपनी सांस्कृतिक समृद्धि और पर्यटन की विशालता के लिए अवश्य ही एक पर्यटन स्थल है।