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Thursday 23 September 2021 03:58:56 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आम जनता से आर्म्ड फोर्सेज़ फ्लैग डे फंड में उदारता से योगदान करने की अपील की है। इसका उपयोग किसी आपदा या सैन्य कार्रवाई में अपनी जान गंवाने वाले या विकलांग हुए बहादुर सैनिकों के आश्रितों के पुनर्वास और कल्याण में किया जाता है और फ्लैग डे देशवासियों को इस दायित्व को निभाने का अवसर देता है। एएफएफडीएफ कोष में अर्जित आय में से 7.5 प्रतिशत वापस कोष में डाल दिया जाता है और शेष धनराशि का उपयोग पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की कल्याण और पुनर्वास योजनाओं के वित्तपोषण केलिए किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में एएफएफडीएफ के अंतर्गत 133.21 करोड़ रुपये 38,049 लाभार्थियों पर खर्च किए गए। वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 33.35 करोड़ रुपये की धनराशि एकत्र की गई। इसका प्रबंधन केंद्रीय सैनिक बोर्ड की प्रबंधन समिति के तत्वावधान में बोर्ड सचिवालय करता है।
केंद्रीय सैनिक बोर्ड की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रक्षामंत्री और कार्यकारी समिति के अध्यक्ष पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के सचिव हुआ करते हैं। एएफएफडीएफ फंड का बैंक विवरण इस प्रकार है-पीएनबी A/CNo. 3083000100179875 IFSC:PUNB0308300, एसबीआई A/CNo. 34420400623IFSC:SBIN0001076 और आईसीआईसीआई A/CNo. 182401001380 IFSC:ICIC0001824। रक्षा मंत्रालय के भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत केएसबी सचिवालय एक संलग्न कार्यालय है, जो युद्ध विधवाओं, विकलांगों, सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों और उनके आश्रितों के पुनर्वास एवं कल्याण केलिए केंद्र सरकार की नीतियों को लागू करने केलिए जिम्मेदार शीर्ष निकाय है। कल्याणकारी योजनाएं राज्य की राजधानियों में राज्य सैनिक बोर्डों और जिलास्तर पर जिला सैनिक बोर्डों के माध्यम से कार्यांवित की जाती हैं। इन कल्याणकारी योजनाओं केलिए वित्तपोषण का प्रमुख स्रोत आर्म्ड फोर्सेज़ फ्लैग डे फंड है।
गौरतलब है कि ईएसएम/ विधवाओं/ आश्रितों को उनकी पहचानी गई व्यक्तिगत जरूरतों केलिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिसमें गरीबी अनुदान, बच्चों की शिक्षा अनुदान, बेटी की शादी अनुदान और अंतिम संस्कार अनुदान शामिल है। एएफएफडीएफ से वित्तपोषित कुछ महत्वपूर्ण कल्याण योजनाएं हैं-रक्षामंत्री भूतपूर्व सैनिक कल्याण कोष के जरिए ईएसएम/ आश्रितों की व्यक्तिगत जरूरतों केलिए वित्तीय सहायता, जिसमें पेन्युरी ग्रांट और चिल्ड्रन एजुकेशन ग्रांट शामिल हैं। वित्तवर्ष 2020-21 के दौरान 132.96 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता वितरित की जा चुकी है। अधिकारी रैंक से नीचे के गैर-पेंशनभोगियों और अधिकारियों को हृदय रोग आदि केलिए 90 और 75 प्रतिशत व्यय तक की वित्तीय सहायता और डायलिसिस और कैंसर के लिए अधिकतम 1.25 लाख रुपये और 0.75 लाख रुपये प्रतिवर्ष सहायता की जा रही है। वित्तवर्ष 2020-21 के दौरान 22.69 लाख रुपये की कुल धनराशि का भुगतान किया गया। प्रति व्यक्ति वार्षिक 30000 रुपये के अतिरिक्त पैराप्लेजिक पुनर्वास केंद्र, खड़की और मोहाली, जो पैराप्लेजिक एवं टेट्राप्लाजिक ईएसएम के पुनर्वास का एक स्वायत्त संगठन है के रख-रखाव केलिए 120 लाख एवं 10 लाख रुपये का वार्षिक अनुदान दिया जा रहा है।
वित्तवर्ष 2020-21 के दौरान दोनों पीआरसी को कुल 168.72 लाख रुपये की राशि वितरित की गई है। युद्ध स्मारक छात्रावास युद्ध विधवा/ युद्ध विकलांगों के बच्चों को प्रतिमाह 1350 रुपये का अनुदान प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 23.24 लाख रुपये की राशि वितरित की गई है। ज्ञातव्य है कि मातृभूमि केलिए बहादुरी से लड़ने वाले बलिदानी वीरों और सैनिकों को सम्मानित करने के लिए देशभर में हर साल 7 दिसंबर को आर्म्ड फोर्सेज़ फ्लैग डे मनाया जाता है, इस दिन सेना, नौसेना और वायुसेना के जवान, जिन्होंने देश की रक्षा केलिए अपने प्राणों की आहुति दे दी, उनके सम्मान के प्रतीक के रूपमें 11 बजे दो मिनट का मौन रखकर उन्हें याद किया जाता है।