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Wednesday 13 October 2021 02:02:36 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी केलिए पीएम गति शक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान का शुभारंभ करते हुए कहा है कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ आज अगले 25 वर्ष केलिए भारत की नींव रखी जा रही है और यह मास्टरप्लान 21वीं सदी के भारत को गतिशक्ति देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि गतिशक्ति के महाअभियान के केंद्र में भारत के लोग, भारत का उद्योग, भारत का व्यापार जगत, भारत के विनिर्माता, भारत के किसान हैं, यह भारत की वर्तमान और आनेवाली पीढ़ियों को 21वीं सदी के भारत के निर्माण केलिए नई ऊर्जा देगा, उनके रास्ते के अवरोध समाप्त करेगा। उन्होंने कहा कि इन तमाम वर्षों में 'कार्य प्रगति पर है' का बोर्ड विश्वास की कमी का प्रतीक बन गया था, प्रगति केलिए रफ्तार, उत्सुकता और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि आज का 21वीं सदी का भारत पुरानी प्रणालियों और तौर-तरीकों को पीछे छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज का मंत्र है-प्रगति केलिए कार्य, प्रगति केलिए संपत्ति, प्रगति की योजना और प्रगति को प्राथमिकता। उन्होंने प्रगति मैदान में नए प्रदर्शनी परिसर का भी उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने न सिर्फ परियोजनाओं को तय समयसीमा में पूरा करने का वर्क-कल्चर विकसित किया है, बल्कि समय से पहले प्रोजेक्टस पूरे करने के भी प्रयास हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इस तथ्य पर खेद व्यक्त किया कि हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का विषय ज्यादातर राजनीतिक दलों की प्राथमिकता से दूर रहा है, ये उनके घोषणापत्र में भी नजर नहीं आता। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तो ये स्थिति आ गई है कि कुछ राजनीतिक दल देश केलिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर आलोचना करने लगे हैं, जबकि दुनिया में ये स्वीकृत बात है कि सस्टेनेबल डेवलपमेंट केलिए क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण एक ऐसा रास्ता है, जो अनेक आर्थिक गतिविधियों को जन्म देता है, बहुत बड़े पैमाने पर रोज़गार का निर्माण करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैक्रो प्लानिंग और सूक्ष्म कार्यांवयन के बीच व्यापक अंतर के कारण समन्वय की कमी, अग्रिम जानकारी की कमी, बंद परिवेश में सोचने और काम करने से निर्माण में बाधा आ रही है और बजट की बर्बादी हो रही है। उन्होंने कहा कि शक्ति बढ़ने या वृद्धि होने के बजाय विभाजित हो जाती है, पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान इसका समाधान करेगा, क्योंकि मास्टर प्लान से संसाधनों का मनोवांछित उपयोग होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 को याद किया, जब उन्होंने प्रधानमंत्री के रूपमें पदभार संभाला था, तब उन्होंने सैकड़ों अटकी परियोजनाओं की समीक्षा की, सभी परियोजनाओं को एकल प्लेटफॉर्म पर रखा और बाधाओं को दूर करने का प्रयास किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब होल ऑफ गवर्नमेंट अप्रोच के साथ सरकार की सामूहिक शक्ति योजनाओं को पूरा करने में लग रही है, इसी वजह से अब दशकों से अधूरी बहुत सारी परियोजनाएं पूरी हो रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान न केवल सरकारी प्रक्रिया और इसके विभिन्न हितधारकों को एकसाथ लाता है, बल्कि परिवहन के विभिन्न तरीकों को एकीकृत करने में भी मदद करता है। उन्होंने कहा कि यह समग्र शासन का एक विस्तार है। प्रधानमंत्री ने भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की गति बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भारत में पहली इंटरस्टेट नैचुरल गैस पाइपलाइन साल 1987 में कमीशन हुई थी, इसके बाद साल 2014 तक यानि 27 साल में देश में 15,000 किलोमीटर नैचुरल गैस पाइपलाइन बनी, आज देशभर में 16,000 किलोमीटर से ज्यादा गैस पाइपलाइन पर काम चल रहा है, जिसका अगले 5-6 वर्ष में पूरा होने का लक्ष्य है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 7 वर्ष में हमने 9 हजार किलोमीटर से ज्यादा रेल लाइनों की डबलिंग की है, हमने 24 हजार किलोमीटर से भी अधिक रेलवे ट्रैक का विद्युतिकरण किया है, मेट्रो का विस्तार 700 किलोमीटर तक कर दिया गया है, 1000 किलोमीटर नए मेट्रो रूट पर काम चल रहा है और हमने 1.5 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के किसानों और मछुआरों की आय बढ़ाने केलिए प्रोसेसिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को भी तेजी से विस्तार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज देश में 19 मेगा फूड पार्क्स काम कर रहे हैं, अब इनकी संख्या 40 से अधिक तक पहुंचाने का लक्ष्य है, भारत में 13 कार्यशील जलमार्ग हैं, बंदरगाहों पर जहाजों का टर्नअराउंड समय 41 घंटे से घटकर 27 घंटे हो गया है। उन्होंने कहा कि देश ने वन नेशन वन ग्रिड के संकल्प को साकार किया है, भारत में 4.25 लाख सर्किट किलोमीटर लाइनें हैं। प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास से भारत विश्व का व्यापारिक केंद्र बनने के सपने को साकार कर सकता है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे लक्ष्य असाधारण हैं और इसके लिए असाधारण प्रयासों की आवश्यकता होगी, इन लक्ष्यों को साकार करने में पीएम गतिशक्ति सबसे ज्यादा मददगार होगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह जन धन, आधार, मोबाइल ट्रिनिटी ने लोगों तक सरकारी सुविधाओं की पहुंच में क्रांति ला दी, उसी तरह इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र केलिए पीएम गतिशक्ति भी ऐसा ही करेगी। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, हरदीप सिंह पुरी, सर्बानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अश्विनी वैष्णव, आरके सिंह, राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल, राज्यों के मंत्री, प्रतिष्ठित उद्योगपति आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला, ट्रैक्टर्स एंड फर्म इक्विपमेंट की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) मल्लिका श्रीनिवासन, टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन और रिविगो के सह संस्थापक दीपक गर्ग भी उपस्थित थे।